Homeप्रदेशसरस्वती ज्ञान मंदिर कुसमी: शिक्षा में एक मिसाल

सरस्वती ज्ञान मंदिर कुसमी: शिक्षा में एक मिसाल

कुसमी: सरस्वती ज्ञान मंदिर कुसमी, कुसमी ब्लॉक में एक मात्र ऐसा विद्यालय है जो न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखता है, बल्कि अपने विद्यार्थियों को भी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करता है। यह विद्यालय पिछले 21 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल पेश कर रहा है, और इस अवधि में कई इंजीनियर, डॉक्टर और शिक्षक समाज को समर्पित किए हैं।

सरस्वती विद्यालय की विशेषताएँ

सरस्वती ज्ञान मंदिर, सरस्वती ज्ञान मंदिर योजना संस्था द्वारा संचालित है। इस संस्था की विशेषता है कि यह समय-समय पर विद्यालय की व्यवस्थाओं और पढ़ाई की गुणवत्ता पर नजर रखती है। यहाँ पढ़ाने वाले सभी शिक्षक प्रशिक्षित हैं, और अभिभावक इस बात से संतुष्ट हैं कि उनके बच्चों को गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त हो रही है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य को हर माह प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे नवीनतम शिक्षण विधियों और तकनीकों से अवगत रह सकें। इसके अलावा, हर माह विद्यालय में प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों की क्षमता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ती है।

अभिभावक गोष्ठियाँ

विद्यालय में माह के अंत में अभिभावक गोष्ठियों का आयोजन किया जाता है। इन गोष्ठियों में छात्रों की प्रगति और उन्नति पर चर्चा होती है, और उन्हें उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जाता है। यह पहल अभिभावकों को भी अपने बच्चों की शिक्षा में सक्रिय रूप से शामिल होने का अवसर प्रदान करती है।

खेलकूद और अन्य गतिविधियाँ

सरस्वती ज्ञान मंदिर के परिसर में एक खेल का मैदान भी है, जहाँ बच्चे खेलकूद गतिविधियों में भाग लेते हैं। विद्यालय में समय-समय पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिससे छात्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है।

सफलता की कहानियाँ

इस वर्ष, विद्यालय से पढ़े हुए दो छात्रों, शिवेंद्र गुप्ता और मनीष सिंह ने एमबीबीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त की। दोनों ने नीट में उत्कृष्ट अंक अर्जित कर मध्यप्रदेश में अच्छी रैंक हासिल की, जिससे न केवल विद्यालय का नाम रोशन हुआ, बल्कि उनके माता-पिता भी गर्व महसूस कर रहे हैं।

इसके अलावा, 26 जनवरी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमी में विद्यालय ने अपनी सुंदर प्रस्तुति दी और पूरे ब्लॉक में तृतीय स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि विद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।

ये भी पढ़ें:- एमपी के सरपंच की उम्र घटती जा रही है, क्या है इसका सच?

निष्कर्ष

सरस्वती ज्ञान मंदिर कुसमी, न केवल शिक्षा का मंदिर है, बल्कि यह छात्रों के सर्वांगीण विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विद्यालय के शिक्षकों, प्रबंधन और अभिभावकों का संयुक्त प्रयास इस विद्यालय को सफलता की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक रहा है। अब समय है कि समाज के अन्य वर्ग भी इस उत्कृष्टता की सराहना करें और इस विद्यालय के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें। शिक्षा का यह दीप जलता रहे, और आगे भी नए आयाम स्थापित करे।

RELATED ARTICLES

Most Popular