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सिंगरौली की धरती के नीचे मिला देश का ‘दुर्लभ खजाना’, संसद में मंत्री ने किया ऐलान

सिंगरौली
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से एक महत्वपूर्ण भौगोलिक खोज सामने आई है। संसद के मानसून सत्र के दौरान कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने जानकारी दी है कि सिंगरौली में रेयर अर्थ एलिमेंट्स (Rare Earth Elements) के अकूत भंडार पाए गए हैं।

इस खोज को देश के लिए एक रणनीतिक और औद्योगिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है, विशेषकर तब जब भारत ग्रीन एनर्जी और तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है।

क्या है मामला?

कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में बताया कि देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर रेयर अर्थ एलिमेंट्स के भंडार की पुष्टि हुई है और यह स्थान मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थित है। उन्होंने बताया कि यहां कोयला खनन के दौरान निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों में दुर्लभ मृदा तत्वों की उपस्थिति पाई गई है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह खोज?

रेयर अर्थ एलिमेंट्स वे खनिज तत्व होते हैं जिनका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर पैनल्स, मोबाइल उपकरणों, मिसाइल तकनीक और रडार सिस्टम जैसे अत्याधुनिक तकनीकों में होता है। अभी तक भारत इनकी पूर्ति के लिए मुख्य रूप से चीन पर निर्भर था। ऐसे में इस खोज से भारत की रणनीतिक आत्मनिर्भरता को बड़ा बल मिलेगा।

कोल इंडिया लिमिटेड की भूमिका

मंत्री ने बताया कि इस पूरे अनुसंधान में कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की अहम भूमिका रही है। कंपनी की टीमें पिछले कुछ महीनों से सिंगरौली के कोयला क्षेत्रों में कोयले के अपशिष्ट, शेल, बलुआ पत्थर और मिट्टी की बारीकी से जांच कर रही थीं। प्रारंभिक नतीजे आशाजनक रहे और अब यह पुष्टि हुई है कि इन क्षेत्रों में रेयर अर्थ एलिमेंट्स मौजूद हैं।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम आगे

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस खोज से भारत को न केवल अपनी तकनीकी जरूरतों की पूर्ति में मदद मिलेगी, बल्कि यह देश को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक नई स्थिति भी दिला सकती है। मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह खोज ‘मेक इन इंडिया’, ‘ग्रीन एनर्जी मिशन’ और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

औद्योगिक निवेश और रोजगार की संभावना

खनिज मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यदि इस भंडार का व्यावसायिक खनन शुरू होता है, तो इससे उद्योगों के लिए स्थानीय कच्चा माल उपलब्ध होगा, जिससे निवेश और रोजगार के नए अवसर भी सिंगरौली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में उत्पन्न होंगे।

मुख्य बिंदु संक्षेप में:

  • सिंगरौली में रेयर अर्थ एलिमेंट्स के विशाल भंडार की पुष्टि
  • संसद में कोयला एवं खान मंत्री ने दी जानकारी
  • ग्रीन एनर्जी और हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए गेमचेंजर साबित होगा
  • आत्मनिर्भर भारत मिशन को मिलेगा बड़ा बल
  • कोल इंडिया की रिसर्च से निकला यह निष्कर्ष
  • भविष्य में विदेशी निर्भरता कम होने की संभावना

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सिंगरौली में रेयर अर्थ एलिमेंट्स की मौजूदगी भारत के लिए रणनीतिक, औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक अवसर है। यदि सरकार और निजी क्षेत्र इस खोज का सही दोहन करते हैं, तो यह न केवल स्थानीय विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत को वैश्विक तकनीकी आपूर्ति श्रृंखला में एक मजबूत खिलाड़ी बना सकता है।

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