Homeप्रदेशसिंगरौली के झोखो चौराहे पर खुलेआम शराब कारोबार! नशा मुक्त अभियान को...

सिंगरौली के झोखो चौराहे पर खुलेआम शराब कारोबार! नशा मुक्त अभियान को ठेंगा, प्रशासन मौन

सिंगरौली जिले में इन दिनों एक हैरान करने वाला खेल चल रहा है। एक ओर सरकार नशा मुक्त अभियान को लेकर जोर-शोर से प्रचार कर रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के झोखो क्षेत्र में शराब का अवैध कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। स्थिति इतनी चिंताजनक है कि झोखो यातायात चौकी के सामने, जीरो प्रमुख चौराहे पर, दिनदहाड़े अवैध शराब बेची और सप्लाई की जा रही है।

शराब माफिया बेखौफ – पुलिस मूकदर्शक?

झोखो चौराहे से दिनभर छात्र-छात्राएं, राहगीर और आम जनता गुजरते हैं, लेकिन उसी चौराहे पर खुलेआम शराब तस्करों की सक्रियता दिख रही है। हाल ही में जब एक जागरूक नागरिक मौके पर पहुंचा तो शराब तस्कर शराब सप्लाई कर रहे थे। नागरिक के पहुंचते ही तस्कर मौके से फरार हो गए, लेकिन सवाल यह उठता है कि जब शराब की यह तस्करी पुलिस चौकी के सामने हो रही है, तो फिर पुलिस क्या कर रही है?

कर्थुआ भट्टी से हो रही है सप्लाई!

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शराब की यह भारी मात्रा कर्थुआ स्थित अवैध भट्टी से लाई जा रही है और गली-गली, चौराहे-चौराहे पर बेची जा रही है। यह पूरी सप्लाई चैन कई दिनों से चल रही है लेकिन प्रशासन अब तक आंख मूंदे बैठा है। झोखो जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में, जहां से स्कूल-कॉलेज के छात्र भी गुजरते हैं, इस तरह की गतिविधि समाज के लिए बेहद खतरनाक संकेत है।

क्या प्रशासन शराब माफियाओं के सामने बौना हो गया है?

स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि शराब माफियाओं को न तो कानून का डर है, न ही पुलिस की चिंता। यातायात चौकी के सामने से बार-बार शराब की सप्लाई होना, इस बात की पुष्टि करता है कि या तो स्थानीय पुलिस की मिलीभगत है, या फिर घोर लापरवाही। दोनों ही स्थितियों में नुकसान सिर्फ आम जनता को हो रहा है।

जिम्मेदार कौन? कार्रवाई कब?

झोखो चौराहे पर हुए इस घटना की सूचना दिए जाने के बावजूद, अब तक कोई बड़ी कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। यह न सिर्फ प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जिले में नशा मुक्त अभियान सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। जब तक ऐसे माफियाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक समाज को नशामुक्त करना महज़ एक सपना ही रहेगा।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से मांग

इस मामले को देखते हुए स्थानीय लोगों की मांग है कि:

  • कर्थुआ भट्टी पर तत्काल छापा मारा जाए और उसे पूर्णतः नष्ट किया जाए।
  • झोखो चौराहे पर CCTV कैमरे लगाए जाएं और तैनात पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय की जाए।
  • झोखो यातायात चौकी क्षेत्र में शराब तस्करी की जाँच कर दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए।
  • छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और समाजिक वातावरण को बचाने के लिए अवैध शराब कारोबार पर जिलेभर में विशेष अभियान चलाया जाए।

यह भी पढ़िए –  सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने पेश की इंसानियत की मिसाल, दुखी परिवार को दिलाया न्याय और सम्मान

सिंगरौली में यदि ऐसे ही खुलेआम शराब तस्करी होती रही और प्रशासन आंख मूंदे बैठा रहा, तो यह न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह है बल्कि सरकार की नशा मुक्त नीति की असफलता का जीवंत उदाहरण भी है। इस मामले की निष्पक्ष जाँच और तत्काल सख्त कार्रवाई अब अनिवार्य हो चुकी है।

RELATED ARTICLES

Most Popular