सिवनी, 25 मार्च 2025: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में एक बड़ा राजनीतिक विवाद सामने आया है। वायरल हुए ऑडियो क्लिप में मयूर दुबे और एक थाना प्रभारी (टी.आई.) के बीच हिंदूवादी नेताओं को फंसाने की साजिश की बातचीत सामने आई है। इस खुलासे के बाद जिले में भारी हड़कंप मच गया है और विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं।
वायरल ऑडियो से खुलासा, बढ़ा बवाल
सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में मयूर दुबे और टी.आई. के बीच एक गुप्त वार्ता रिकॉर्ड हुई, जिसमें वे हिंदूवादी नेताओं को किसी साजिश के तहत फंसाने की रणनीति बना रहे थे।
ऑडियो वायरल होते ही स्थानीय संगठनों और हिंदूवादी समूहों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की मामूली कार्रवाई पर उठे सवाल
इस गंभीर मामले में सिवनी पुलिस ने अब तक केवल लाइन अटैच की कार्रवाई की है, जिसे लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।


समाजसेवियों और राजनीतिक नेताओं का कहना है कि केवल लाइन अटैच करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर जांच शुरू की जानी चाहिए।
सरकार ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
मामला तूल पकड़ने के बाद राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही इस षड्यंत्र की गहराई से जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक और सामाजिक असर
इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक रूप से बड़ा प्रभाव डाला है। हिंदूवादी संगठनों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, और जल्द ही बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन होने की संभावना है।
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अब देखना होगा कि क्या सरकार और प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे या यह मुद्दा सिर्फ बहस तक सीमित रहेगा?