सीधी जिले के कलेक्टर कक्ष में गुरुवार को डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी (DPC) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह की अध्यक्षता में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। बैठक का उद्देश्य विकास कार्यों में गति लाना और वर्षों से लंबित प्रकरणों का निराकरण करना था।
प्रमुख मुद्दे और चर्चा
बैठक में जिले से संबंधित कई लंबित प्रकरणों पर चर्चा हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह ने विकास योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर दिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लंबित मुद्दों का समाधान शीघ्र किया जाएगा। इसके लिए एक विशेष योजना समिति का गठन किया गया है, जो इन प्रकरणों की निगरानी और समाधान सुनिश्चित करेगी।

बैठक के दौरान जिला पंचायत से संबंधित कर्मचारियों को पदोन्नति देने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों को क्रमशः पदोन्नति देने का निर्णय लिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया और इसकी रूपरेखा तैयार की गई।
बैठक में प्रमुख उपस्थिति
बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों में कलेक्टर स्वारोचिष सोमवंशी, जिला पंचायत सीईओ अंशुमान राज, डीपीसी राजेश तिवारी, जिला पंचायत सदस्य मनोज सिंह और प्रदीप शुक्ला, ट्राइबल एसी और अन्य एनजीओ संचालक शामिल थे।

बैठक के मुख्य निर्णय
- लंबित प्रकरणों का समाधान:
वर्षों से लंबित प्रकरणों को समय पर सुलझाने के लिए विशेष योजना समिति गठित की गई है। - पदोन्नति पर निर्णय:
शिक्षा विभाग और अन्य संबंधित विभागों के कर्मचारियों को पदोन्नति देने के प्रस्ताव पर सहमति बनी। - समाज कल्याण योजनाओं की गति:
विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया। - सामाजिक कार्यों में सुधार:
सामाजिक कार्यों की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए विभिन्न एनजीओ और पंचायत सदस्यों के साथ समन्वय पर जोर दिया गया।
बैठक में यह भी तय किया गया कि जिले में सामाजिक और विकासात्मक कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी। योजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए निगरानी समिति सक्रिय रूप से कार्य करेगी।
सीधी जिले में आयोजित इस बैठक ने प्रशासनिक कार्यों में तेजी लाने और जनहित से जुड़े मुद्दों के समाधान का एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है।