Homeप्रदेशसीधी: खराब सड़क ने फिर ली चपेट में ज़िंदगियां, ट्रैक्टर पलटने से...

सीधी: खराब सड़क ने फिर ली चपेट में ज़िंदगियां, ट्रैक्टर पलटने से चालक घायल — ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

सीधी (म.प्र.)
सीधी जिले के कुसमी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत भवन के पास रविवार रात एक गंभीर सड़क हादसा हो गया, जब खेत जोतकर लौट रहा एक ट्रैक्टर जर्जर सड़क पर पलट गया। इस हादसे में ट्रैक्टर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, वहीं एक अन्य व्यक्ति को भी आंतरिक चोटें आई हैं।

घटना के बाद से गांव के लोगों में भारी आक्रोश है, जो रविवार रात 10 बजे से लगातार धरने पर बैठे हैं। गांववालों का कहना है कि इस सड़क की हालत वर्षों से बेहद खराब है, लेकिन जनप्रतिनिधियों और पंचायत सचिव की लापरवाही के चलते आज तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो सका है।

हादसे के बाद भी सरपंच और सचिव नदारद

गांव के निवासी राकेश सिंह मरावी, जो कि ट्रैक्टर के मालिक हैं, ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही उन्होंने सरपंच चंद्रावती और सचिव विपिन सिंह बघेल को फोन किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया।
हैरानी की बात यह है कि सरपंच का घर मौके से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी वह देखने तक नहीं आईं। सचिव ने भी अभी तक मौके पर पहुंचकर किसी प्रकार की जांच या बयान नहीं दिया है।

स्वीकृत है सड़क, फिर भी निर्माण अधूरा

गांव के वरिष्ठ नागरिक रेवती सिंह मरावी ने बताया कि यह सड़क पहले ही स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन सरपंच और सचिव की अनदेखी के कारण अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। अब लोगों का धैर्य जवाब दे चुका है और वे बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं।

धरना प्रदर्शन का रुख कड़ा, प्रशासन मौन

ग्रामीणों ने बताया कि वे रविवार रात से लगातार धरने पर बैठे हैं, लेकिन सोमवार सुबह तक कोई जिम्मेदार अधिकारी या पंचायत प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं आया।
धरना स्थल पर गांव की महिलाएं, बुज़ुर्ग और युवा सभी मौजूद हैं। ‘सड़क नहीं, तो वोट नहीं’ जैसे नारे लगाए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वे जनपद और जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।

सीईओ ने दिया आश्वासन, जांच के आदेश

जनपद पंचायत कुसमी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) ज्ञानेंद्र मिश्रा ने कहा है कि यदि यह सड़क पहले से स्वीकृत है, तो सचिव से रिपोर्ट मंगाई जाएगी और निर्माण में देरी के लिए जांच कराई जाएगी।
उन्होंने आश्वासन दिया कि लापरवाह अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता बनी हादसों की वजह

यह घटना सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की अनदेखी और जवाबदेही की पोल खोलने वाली तस्वीर है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग से रोजाना स्कूल के बच्चे, किसान, महिलाएं और वृद्धजन गुजरते हैं, लेकिन खराब सड़क के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

ग्रामीणों की मांगें

  1. तत्काल सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाए।
  2. हादसे के जिम्मेदार सरपंच और सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
  3. घायल ट्रैक्टर चालक का मुफ्त इलाज कराया जाए।
  4. स्थायी समाधान के लिए निगरानी समिति बनाई जाए।

यह भी पढ़िए –  सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने पेश की इंसानियत की मिसाल, दुखी परिवार को दिलाया न्याय और सम्मान

सीधी जिले का यह मामला एक चेतावनी है कि किस तरह बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी, आमजन की जान जोखिम में डाल रही है। अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया तो यह गुस्सा बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है।

RELATED ARTICLES

Most Popular