सीधी: मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है। थाना कोतवाली क्षेत्र के देवघाट जंगल में तीर्थयात्रियों से भरी एक बस पलटने से 11 लोग घायल हो गए। घटना 1 फरवरी की मध्यरात्रि में हुई, जिसकी सूचना राज्य स्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम डायल 112/100 भोपाल को प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाई और मौके पर राहत कार्य के लिए टीम रवाना की।
डायल 112/100 टीम ने निभाई अहम भूमिका
घटना की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थाना क्षेत्र में तैनात दो डायल 112/100 वाहन तुरंत मौके पर भेजे गए। डायल 112/100 की टीम में आरक्षक पुष्पेंद्र पटेल, आरक्षक सुनील त्रिपाठी, पायलट राजकुमार पाल और रंजीत साहू शामिल थे। इन सभी ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीर्थयात्रियों की यह बस अयोध्या और प्रयागराज से दर्शन कर कुसमी लौट रही थी। देवघाट जंगल के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई। अचानक हुए इस हादसे से बस में सवार यात्री घबरा गए, और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया
डायल 112/100 टीम ने सबसे पहले सभी घायलों को सुरक्षित बस से बाहर निकाला। घायलों की हालत को देखते हुए तुरंत चिकित्सा वाहन की व्यवस्था कर उन्हें नजदीकी अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा, बाकी यात्रियों को जंगल क्षेत्र में किसी अन्य साधन की सुविधा न होने के कारण पुलिस ने अपनी एफआरव्ही वाहनों, थाना वाहन और कुछ प्राइवेट वाहनों की मदद से सीधी पहुंचाया।
स्थानीय प्रशासन और आम लोगों की मदद
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और आम लोगों ने भी राहत कार्य में सहयोग किया। अस्पताल प्रशासन ने घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। डॉक्टरों के अनुसार, अधिकतर घायलों को हल्की चोटें आई हैं और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे।

ऐसे हादसों से बचाव के लिए क्या करें?
इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है:
- सुरक्षित गति रखें – पहाड़ी और जंगल क्षेत्रों में वाहन की गति नियंत्रित रखें।
- अनुभवी चालक का चयन करें – लंबी दूरी की यात्रा के लिए प्रशिक्षित और अनुभवी ड्राइवर का होना आवश्यक है।
- वाहन की नियमित जांच करें – यात्रा से पहले वाहन की स्थिति का पूरा निरीक्षण करें।
- रात के समय सतर्कता बरतें – अंधेरे में यात्रा के दौरान विशेष सावधानी रखें।
पुलिस की तत्परता से बची जानें
इस घटना में पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया ने बड़ी जनहानि होने से बचा लिया। डायल 112/100 टीम ने न केवल घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया बल्कि बाकी यात्रियों को भी सुरक्षित स्थान तक छोड़ा।
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सीधी जिले के देवघाट जंगल में हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि यात्रा के दौरान सतर्कता बेहद जरूरी है। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी और स्थानीय लोगों की सहायता से घायलों को समय पर उपचार मिल सका, जिससे कोई बड़ी हानि नहीं हुई। प्रशासन द्वारा यात्रियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।