Homeप्रदेशसीधी जिले में हंगामा, परिजनों ने बेटे की हत्या का आरोप लगाकर...

सीधी जिले में हंगामा, परिजनों ने बेटे की हत्या का आरोप लगाकर जमोड़ी थाना का किया घेराव

सीधी : सीधी जिले के ग्राम पंचायत सुकवारी में सोमवार शाम को उस समय तनाव फैल गया जब सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण और परिजनों ने थाना जमोड़ी का घेराव किया। उनका आरोप है कि ग्राम सुकवारी के सरपंच के बेटे की हत्या की गई है और इसे एक दुर्घटना के रूप में पेश किया जा रहा है। इस घेराव ने पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है।

मृतक का जन्मदिन था 1 नवम्बर, फिर क्या हुआ?

घटना 1 नवम्बर की रात की है, जब ग्राम सुकवारी के सरपंच के बेटे का जन्मदिन था। इस मौके पर उसने अपने दोस्त विनोद पनिका को भी साथ बुलाया था। दोस्तों के बीच मस्ती और जश्न के इस पल में कुछ ऐसा घटित हुआ कि पूरा मामला उलझ कर रह गया। 1 नवम्बर की रात करीब 10:30 बजे, विनोद पनिका का शव बंजारी के पास स्थित कोटा के सामने सड़क पर पड़ा हुआ मिला। वह गंभीर रूप से घायल था, और पहले तो इसे एक एक्सीडेंट के रूप में देखा गया।

घटना के बाद गांव के लोग और परिजन तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और विनोद को जिला अस्पताल भेजा गया। वहां उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए लाया गया, लेकिन देर शाम उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया तो कई रहस्यमयी पहलुओं ने जन्म लिया, जिससे परिजनों और ग्रामीणों को शक हुआ कि यह एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या का मामला हो सकता है।

सवाल उठते हैं – क्या यह सिर्फ एक हादसा था?

सम्भावना जताई जा रही है कि सरपंच के बेटे लल्ला कोल का नाम इस मामले में जुड़ा हुआ है। अस्पताल में मिली जानकारी के अनुसार, घटनास्थल से लल्ला कोल का वाहन – एचएफ डीलक्स (नंबर – एमपी 53 एमके 7466) भी बरामद हुआ था। जब इस बात की जानकारी परिजनों को मिली, तो उनका शक और बढ़ गया। परिजनों का कहना था कि यदि यह केवल एक एक्सीडेंट था, तो सरपंच के बेटे का नाम क्यों जुड़ा?

ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को हल्का लिया जा रहा है और यह पूरी घटना एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हो सकती है। हालांकि पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे एक दुर्घटना बताया है, लेकिन परिजनों की ओर से लगातार यह दावा किया जा रहा है कि यह हत्या की योजना थी, और इस मामले में एक गहरी साजिश छिपी हो सकती है।

सीधी घेराव में क्या हुआ?

सोमवार शाम करीब 5 बजे जब सीधी जिले के ग्राम सुकवारी के सैकड़ों ग्रामीण और मृतक के परिजन जमोड़ी थाना पहुंचे, तो उन्होंने थाना परिसर का घेराव कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि अगर न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन तेज करेंगे।

इस दौरान थाना परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि स्थिति को काबू में रखा जा सके। थाने का घेराव करने वाले लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस मामले को सही तरीके से जांच नहीं कर रही है, और न ही मामले में सही दिशा में कार्रवाई कर रही है।

क्या है पुलिस का बयान?

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। थाने में घेराव के दौरान थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच में इसे एक दुर्घटना माना जा रहा है, लेकिन परिजनों के आरोपों को गंभीरता से लिया जाएगा।

क्या हो सकती है आगे की कार्रवाई?

परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि मामले की न्यायिक जांच हो, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वास्तव में क्या हुआ था। वे चाहते हैं कि पुलिस मामले में हत्या की धाराएं जोड़कर गहरी जांच करे और दोषियों को सजा दिलाए।

सीधी जिले में इस घटना के बाद से तनाव का माहौल है, और प्रशासन ने स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस मामले में किस दिशा में कार्रवाई करती है और परिजनों को कब तक न्याय मिलता है।

यह भी पढ़े- सीधी में राजस्थान मिष्ठान भंडार के कर्मचारी के साथ मारपीट, सीसीटीवी में कैद हुआ मामला


यह घटना स्थानीय स्तर पर काफी चर्चा का विषय बन गई है, और आने वाले दिनों में इसके और भी खुलासे हो सकते हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular