सीधी। जिले में नशे के कारोबार पर लगातार नकेल कसने के प्रयासों के बीच पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा के कुशल निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव एवं एसडीओपी चुरहट आशुतोष द्विवेदी के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी रामपुर नैकिन निरीक्षक सुधांशु तिवारी के नेतृत्व में खड्डी पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ गांजा बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
घटना का विवरण
चौकी प्रभारी खड्डी सउनि नीरज साकेत को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम रिमारी निवासी पुष्पेन्द्र नामदेव अपने घर में अवैध रूप से गांजा बेच रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी के घर पर दबिश दी।
तलाशी के दौरान पुलिस ने घर के ओसारी स्थित भूसा वाले कमरे में बोरी से 5 किलो 960 ग्राम गांजा बरामद किया। इसके अलावा आरोपी के पास से एक टेक्नो स्पार्क मोबाइल फोन (जिसमें एयरटेल कंपनी की दो सिम लगी हुई थीं) भी जब्त किया गया।
बरामदगी का मूल्यांकन
बरामद गांजा और मोबाइल का कुल मूल्य लगभग ₹1,10,424/- आंका गया है। इसमें –
- गांजा का मूल्य – ₹95,424/-
- मोबाइल का मूल्य – ₹15,000/-
इस बड़ी जब्ती ने साबित कर दिया कि आरोपी लंबे समय से इस अवैध धंधे में संलिप्त था और स्थानीय स्तर पर गांजा बेचने का कारोबार कर रहा था।
आरोपी की गिरफ्तारी और पूछताछ
पुलिस ने मौके से आरोपी पुष्पेन्द्र नामदेव पिता भगवानदास नामदेव निवासी ग्राम रिमरी चौकी खड्डी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने यह गांजा ग्राम गजरा बहरा, थाना सरई जिला सिंगरौली निवासी ओमकार नामदेव पिता सौखीलाल नामदेव से खरीदा था।
उसने बताया कि गांजा उसे ₹16,000/- प्रति किलो के हिसाब से बेचा गया था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने दूसरे आरोपी ओमकार नामदेव को भी आरोपी बनाया है और उसे हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कानूनी कार्रवाई
दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20बी, 27ए एवं 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने जब्त गांजा और मोबाइल को सबूत के तौर पर सील कर कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया पूरी की। अब विवेचना के दौरान यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों का नशे की तस्करी से जुड़ा नेटवर्क कितना बड़ा है और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
पुलिस टीम का योगदान
इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी खड्डी सउनि नीरज साकेत, सउनि लालमणि बंसल, प्रधान आरक्षक दयानंद रावत, आरक्षक प्रकाश सिंह, वेद प्रकाश, रविंद्र सिंह, अंकित साहू, सत्यजीत मौर्य, सैनिक राजबहोर द्विवेदी, नायक कृष्ण कुमार पांडे, चौकी टिकरी से एएसआई प्रमोद तिवारी, चालक सोनू साकेत और आरक्षक दीपेंद्र सिंह की विशेष भूमिका रही। टीम के सामूहिक प्रयास से यह बड़ी सफलता हासिल हुई।
असर और निष्कर्ष
सीधी पुलिस की इस कार्रवाई ने क्षेत्र में नशे के अवैध कारोबारियों के बीच खौफ पैदा कर दिया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. वर्मा का कहना है कि जिले में नशे के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी कीमत पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि यदि सूचना तंत्र मजबूत हो और टीमवर्क के साथ कार्य किया जाए तो किसी भी प्रकार का अवैध कारोबार जड़ से खत्म किया जा सकता है।
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नशे का कारोबार समाज के लिए गंभीर खतरा है। खासकर युवा पीढ़ी को यह बर्बादी की राह पर ले जाता है। ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई बेहद सराहनीय है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस तरह की और कार्रवाइयों से जिले में नशे का नेटवर्क कमजोर होगा और समाज को एक बेहतर दिशा मिलेगी।