मध्य प्रदेश के सीधी जिले में इन दिनों मौसम में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। यहां घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट आई है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों तक ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे सीधी जिले के निवासियों को ठंड का और सामना करना पड़ेगा। इस बीच, कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को चेतावनी दी है कि 15 दिनों के भीतर फसलों को पानी की आवश्यकता हो सकती है।

घने कोहरे और ठंड का असर
सीधी जिले में इन दिनों घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता में काफी कमी आ गई है। सुबह और शाम के समय सर्दी का असर अधिक महसूस हो रहा है, और ठंड के कारण लोग घरों में रहकर ही अपना समय बिता रहे हैं। हालांकि, इस ठंड के कारण दिन की शुरुआत में यातायात पर भी असर देखने को मिल रहा है, क्योंकि कोहरे के कारण वाहन चालकों को गाड़ी चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक सीधी जिले में ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे लोग और अधिक सर्दी का सामना करेंगे। इसके अलावा, रात के तापमान में भी गिरावट जारी रहने की संभावना जताई जा रही है, जो किसानों और आम जनता के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
कृषि वैज्ञानिकों की चेतावनी
इस ठंड और कोहरे का सीधी जिले की कृषि पर भी असर पड़ सकता है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल सर्दी के मौसम में फसलों की बढ़वार धीमी हो सकती है, लेकिन 15 दिनों के भीतर फसलों को पानी की जरूरत होगी। खासकर उन फसलों के लिए, जिन्हें अधिक पानी की आवश्यकता होती है, जैसे कि *गेहूं, **चना, और *मटर।

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय खेतों में नमी की कमी हो सकती है, और ऐसे में किसानों को अपने खेतों में सिंचाई का ध्यान रखना होगा। यदि समय रहते फसलों को पानी नहीं मिलता, तो उनकी वृद्धि में रुकावट आ सकती है, जिससे उत्पादन पर असर पड़ेगा।
किसानों के लिए जरूरी सुझाव
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने खेतों में समय पर सिंचाई करें और फसलों की देखभाल पर विशेष ध्यान दें। किसानों को यह भी सलाह दी गई है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उर्वरकों का सही तरीके से उपयोग करें और यदि कोहरा अधिक बढ़ता है, तो उसे फसलों पर होने वाले नुकसान से बचाने के उपाय करें।

इसके अलावा, रात के तापमान में गिरावट और बढ़ती ठंड के कारण किसानों को अपनी फसलों के लिए जरूरी सुरक्षा उपायों की योजना बनानी चाहिए, जैसे कि पुआल डालना, ताकि ठंडी हवाओं और霧 के कारण फसलों को नुकसान न पहुंचे। सीधी जिले में घना कोहरा और बढ़ती ठंड का असर न केवल लोगों के रोजमर्रा के जीवन पर पड़ रहा है, बल्कि कृषि गतिविधियों पर भी इसका प्रभाव पड़ने की संभावना है। किसानों को फसलों की देखभाल और सिंचाई के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि वे इस मौसम में भी अच्छे उत्पादन को सुनिश्चित कर सकें। मौसम विभाग और कृषि वैज्ञानिकों की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए, सीधी जिले के लोग और किसान आने वाले दिनों में अपनी तैयारियों को और मजबूत करें।
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