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सीधी में तेज रफ्तार ट्रैक्टर से 6 साल की बच्ची की मौत, परिजनों का तीन घंटे तक हंगामा – मुआवजे और कार्रवाई की मांग

सीधी (म.प्र.)।
जिले के रामपुर नैकिन जनपद अंतर्गत ग्राम रेदुआरिया में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसे में छह साल की मासूम बच्ची की जान चली गई। सुलेखा बंसल नाम की यह बच्ची दोपहर करीब 1 बजे बाजार की ओर जा रही थी, तभी एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद गांव में मातम पसर गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

परिजनों का फूटा गुस्सा, रास्ता जाम कर किया हंगामा

दोपहर 4 बजे के बाद गुस्साए परिजनों ने बच्ची का शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने तीन घंटे तक मार्ग को जाम रखा और ट्रैक्टर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिजनों का कहना था कि इस लापरवाही की सजा सिर्फ माफी से नहीं चलेगी, दोषी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और पीड़ित परिवार को कम से कम 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।

प्रशासन मौके पर पहुंचा, समझाइश के बाद खत्म हुआ प्रदर्शन

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन हरकत में आया। थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी, एसडीएम चुरहट और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिजनों से चर्चा कर उन्हें शांत करने का प्रयास किया। लगातार समझाइश के बाद परिजन माने और प्रदर्शन खत्म किया गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।

पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी चालक की तलाश जारी

थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने जानकारी दी कि पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रित किया। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और ट्रैक्टर चालक की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपी को पकड़कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

हादसे ने फिर उठाए सड़क सुरक्षा पर सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में तेज रफ्तार वाहनों की लापरवाही और प्रशासन की कमजोर निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आए दिन ट्रैक्टर और अन्य भारी वाहनों की तेज रफ्तार से मासूम जानें जा रही हैं, लेकिन न तो कोई ठोस कार्रवाई हो रही है और न ही सुरक्षा उपायों पर ध्यान दिया जा रहा है।

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मांग:

  • आरोपी चालक को तत्काल गिरफ्तार किया जाए
  • पीड़ित परिवार को 20 लाख का मुआवजा
  • गांव में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए ठोस उपाय किए जाएं

यह घटना न केवल सुलेखा बंसल के परिवार के लिए गहरा सदमा है, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक चेतावनी भी है कि अगर समय रहते सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो ऐसे हादसे बार-बार दोहराए जाएंगे।

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