सीधी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नशीली सिरप की अवैध तस्करी का भंडाफोड़ किया है। 130 शीशी “आनरेक्स कप सिरप” के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बरामद सिरप की कुल कीमत 25,350 रुपये आंकी गई है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र वर्मा के कुशल निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव और उप पुलिस अधीक्षक गायत्री तिवारी के मार्गदर्शन में की गई। इस अभियान का नेतृत्व कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक पुष्पेंद्र मिश्रा ने किया।
मुखबिर की सूचना से हुआ खुलासा
कोतवाली थाना प्रभारी को गोपनीय सूचना मिली थी कि कोचिटा निवासी नागेश्वर सिंह बघेल उर्फ मिस्टर जोगीपुर स्थित स्वागत ढाबा के पीछे एक थैले में प्रतिबंधित नशीली सिरप रखकर अवैध रूप से बेच रहा है। सूचना मिलते ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया और त्वरित कार्रवाई के लिए एक पुलिस टीम गठित की गई।

पुलिस टीम ने बताए गए स्थान पर रेड डाली। वहां पर संदेह के आधार पर 33 वर्षीय नागेश्वर सिंह बघेल को पकड़ा गया। उसके थैले की तलाशी लेने पर 130 शीशी “आनरेक्स कप सिरप” बरामद हुई। यह सिरप नशीली दवाओं की श्रेणी में आती है और इसका बिना लाइसेंस विक्रय NDPS एक्ट के तहत दंडनीय अपराध है।
संबंधित धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 8, 21, 22 एनडीपीएस एक्ट एवं 5/13 म.प्र. ड्रग्स कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। बरामद सिरप को विधिवत ज़ब्त कर लिया गया और आरोपी को थाने लाकर वैधानिक कार्रवाई की गई। इसके बाद उसे माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल वारंट प्राप्त होने के पश्चात उसे जिला जेल सीधी भेज दिया गया।
कार्रवाई में इनका रहा योगदान
इस कार्रवाई में कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा, उप निरीक्षक गंगा सिंह मार्को, प्रधान आरक्षक रणबहादुर सिंह, तिलकराज सिंह, आनंद शर्मा, रामबली सिंह और आरक्षक बालेन्द्र सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
यह भी पढ़ें:- नक्सलियों ने कांग्रेस नेता नागा भंडारी की हत्या की, इलाके में दहशत का माहौल
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सीधी पुलिस नशीली पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पूरी तरह सतर्क है और ऐसे अवैध कार्यों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें, जिससे समाज में नशे के खिलाफ अभियान और प्रभावी रूप से चलाया जा सके।