सीधी शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें राजस्थान मिष्ठान भंडार के एक कर्मचारी के साथ ऊंची हवेली के पास स्थित पेट्रोल पंप पर मारपीट की गई। घटना का वीडियो पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है, जिससे मामले की सच्चाई सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस हिंसा में मुख्य रूप से शामिल व्यक्ति का नाम अविनाश तिवारी है, जिसकी पास में ही एक हार्डवेयर की दुकान है।
घटना का विवरण
यह मामला तब शुरू हुआ जब मिष्ठान भंडार का कर्मचारी पेट्रोल लेने के लिए पेट्रोल पंप पर पहुंचा। कर्मचारी ने वहां मौजूद लोगों से पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया, क्योंकि उस समय वहां कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। इसी दौरान वहां खड़े अविनाश तिवारी से उसने पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी। अविनाश तिवारी ने इस साधारण सवाल का बेहद हिंसात्मक प्रतिक्रिया दी। आरोप है कि नशे की हालत में होने के कारण अविनाश तिवारी ने कर्मचारी के साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया और उसके साथ मारपीट करने लगा।
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, अविनाश तिवारी ने करीब एक घंटे तक मिष्ठान भंडार के कर्मचारी को घसीटते हुए बेरहमी से पीटा। यह दृश्य हर देखने वाले के मन में भय और चिंता उत्पन्न कर देता है। इस तरह की हिंसात्मक घटनाएं समाज में भय का माहौल बना सकती हैं।
कानून व्यवस्था पर सवाल
घटना की जगह और कोतवाली की दूरी महज 2-3 किलोमीटर के बीच थी, जबकि कलेक्ट्रेट की दूरी लगभग 3-4 किलोमीटर की है। इतनी पास में घटना होने के बावजूद वहां पुलिस की अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। क्या सीधी जिले में कानून व्यवस्था इतनी कमजोर हो चुकी है कि लोगों का आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है? स्थानीय लोग और व्यापारी ऐसी घटनाओं से आक्रोशित हैं और उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में सख्त कदम उठाए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
प्रशासन का रुख
सीधी के नागरिकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर कानून व्यवस्था इतनी लचर क्यों है? ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जिले में सुरक्षित वातावरण स्थापित हो सके। पुलिस विभाग ने घटना का संज्ञान लिया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी।
जनता की प्रतिक्रिया
घटना के बाद से ही क्षेत्र के नागरिकों में काफी रोष है। मिष्ठान भंडार के कर्मचारी के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर लोगों ने कहा कि अब जिले में बाहरी व्यक्ति या व्यापारी भी सुरक्षित नहीं हैं। इस घटना ने न केवल सीधी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि जनता में भी असुरक्षा की भावना उत्पन्न की है। लोग प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि किसी भी व्यक्ति को इस तरह की घटनाओं का सामना न करना पड़े।
समाज के लिए संदेश
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि आपसी सहयोग और सहिष्णुता को बरकरार रखना अत्यंत आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। ऐसी घटनाएं समाज की शांति और व्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य करती हैं। अगर समाज में ऐसे मामलों पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई, तो इसका प्रभाव समस्त समाज पर पड़ेगा।
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इस घटना ने हमें यह भी सिखाया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागरिकों और प्रशासन को एकजुट होना पड़ेगा। उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में जल्द और सख्त कदम उठाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।