सीधी। एशिया कप में भारत–पाकिस्तान मैच को लेकर राजनीतिक नाराजगी ने स्थानीय स्तर पर भड़क उठी। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिला कार्यालय के सामने आईसीसी अध्यक्ष एवं केंद्रीय नेता जय शाह (जय साह) का पुतला फूंका और केंद्र सरकार के रुख के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आयोजन का नेतृत्व शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे ने किया।
विवेक पांडे ने कार्यक्रम में सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि देश अभी भी आतंकी हमलों और सीमा संघर्ष की घटनाओं से उबर नहीं पाया है, ऐसे में पाकिस्तान के साथ खेल-प्रबन्धन को बढ़ावा देना शहीद परिवारों और सशस्त्र बलों के प्रति असमर्थनीय और अपमानजनक है। पांडे ने कहा कि पहलगाम और पुलवामा की घटनाओं की छाया अभी भी ताजी है, इसलिए खेल के माध्यम से संबंधों की सामान्यता पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
शिवसेना ने जनता और खिलाड़ियों से इस मैच का बहिष्कार करने की अपील की। कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह उनका संकल्प राष्ट्रहित और भावनात्मक संवेदनशीलता की रक्षा के लिए है। प्रदर्शन के दौरान शिवसेना के कई वरिष्ठ और स्थानीय पदाधिकारी मौजूद रहे। वक्ताओं में संभाग उपाध्यक्ष प्रदीप विश्वकर्मा, जिला अध्यक्ष बेनाम सिंह बघेल (भोले), जिला महामंत्री अशीष मिश्रा, विधानसभा प्रभारी रोहित राठौर, युवा जिला संयोजक आकाश परांडे, युवा मीडिया प्रभारी सजन कुमार, नगर उपाध्यक्ष मोनू मिश्रा, युवा उपाध्यक्ष सुनील विश्वकर्मा सहित अन्य कई कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शन में पांडे ने सरकार की नीति पर भी कटाक्ष किया। उनका आरोप था कि एक तरफ सिंधु नदी के जल संसाधन को लेकर देश-विरोधी कार्रवाइयों का मुद्दा उठता है, तो दूसरी तरफ क्रिकेट के जरिए पाकिस्तान के साथ मित्रता का प्रदर्शन किया जा रहा है—यह दोहरे मानदंड की निशानी है। पांडे ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि मुख्य राजनीतिक दल राष्ट्रहित के संवेदनशील मुद्दों पर प्रभावी भूमिका नहीं निभा रहे हैं।
प्रदर्शन शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, हालांकि स्थानीय राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार शिवसेना ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम कर सरकार के फैसलों के खिलाफ जनआंदोलन तेज करने का संकेत दिया है। भाजपा कार्यालय के प्रतिनिधियों की ओर से अभी तक किसी आधिकारिक प्रतिक्रिया की सूचना नहीं मिली है। प्रशासन ने फिलहाल किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के मानक बनाए रखे हैं।