मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना के तहत इस महीने भी 1.27 करोड़ पात्र महिलाओं को 1250 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 15 मई को सीधी जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में इस राशि को ट्रांसफर करेंगे। लेकिन इस बार योजना के कार्ड में एक गंभीर चूक ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
क्या है विवाद का कारण?
लाड़ली बहना योजना के तहत जारी कार्ड में चुरहट के पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष का नाम नहीं है। यह मामला तब और तूल पकड़ गया जब सोशल मीडिया पर कार्ड के फोटो वायरल हो गए। सीधी जिले में आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले ही इस मुद्दे ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है।

सोशल मीडिया पर बवाल
सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार चुरहट के पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष का नाम क्यों नहीं है? कुछ लोगों का मानना है कि यह जानबूझकर की गई चूक है, जबकि अन्य इसे तकनीकी गलती मान रहे हैं। कई नेताओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
सीधी जिले में मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है। विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि स्थानीय नेतृत्व को नजरअंदाज करना एक बड़ी चूक है।


कुछ राजनैतिक जानकारों का कहना है कि यह चूक सरकार के स्थानीय नेतृत्व और संगठन के बीच समन्वय की कमी को दर्शाती है। वहीं, कुछ का मानना है कि इस गलती से सीएम मोहन यादव के दौरे का मुख्य उद्देश्य ही प्रभावित हो सकता है।
लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 15 मई को सीधी जिले में आयोजित कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त जारी की जाएगी। इस योजना के तहत हर महीने 1250 रुपये की राशि पात्र महिलाओं के खाते में ट्रांसफर की जाती है। इस बार सरकार ने समय पर राशि ट्रांसफर के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
पहले भी हो चुकी है तारीख में बदलाव
इससे पहले अप्रैल में 16 तारीख को राशि ट्रांसफर की गई थी, जबकि आमतौर पर यह राशि 10 तारीख तक पहुंच जाती थी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि अब से हर महीने 15 तारीख के आसपास ही पैसा ट्रांसफर किया जाएगा
मुख्यमंत्री मोहन यादव का 15 मई को सीधी जिले का दौरा प्रस्तावित है। वे यहां लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त जारी करेंगे। इसके साथ ही हितग्राही सम्मेलन और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहनों से संवाद भी कर सकते हैं।
बेंगलुरु से सीधी तक का सफर
दौरे से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बेंगलुरु में “सी-इन्वेस्ट इन एमपीसी” सत्र में शामिल होंगे। इसके बाद वे बीईएमएल परिसर में 2100वें मेट्रो कोच के लोकार्पण समारोह में हिस्सा लेंगे। यहीं मध्यप्रदेश में स्थापित हो रही इकाई के लिए भूमि आवंटन पत्र भी सौंपा जाएगा।
क्या हो सकता है समाधान?
स्थानीय नेताओं का मानना है कि इस मुद्दे को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। सीएम के दौरे के दौरान यदि इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया, तो यह विवाद और बढ़ सकता है।
विपक्षी दल भी इस मामले पर मुख्यमंत्री से जवाब मांग रहे हैं। ऐसे में सरकार को जल्द ही स्थिति स्पष्ट करनी होगी, ताकि लाड़ली बहना योजना के तहत लाभार्थियों में किसी भी प्रकार का भ्रम न फैले।
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लाड़ली बहना योजना के तहत कार्ड में चुरहट के पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष का नाम न होने से विवाद गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री के सीधी दौरे से पहले ही इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। सरकार को चाहिए कि वह इस चूक का तुरंत समाधान निकालकर स्थानीय नेतृत्व और जनता को संतुष्ट करे। अन्यथा, यह विवाद योजना की सफलता और सरकार की छवि दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।