सीधी: सीधी शहर में स्थित गुरुद्वारा साहिब में रविवार की सुबह अचानक आग लगने से अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। यह घटना शार्ट सर्किट के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप चारों ओर धुएं का गुबार उमड़ पड़ा। इस आग में गुरु ग्रंथ साहब जलकर राख हो गए, साथ ही गुरु नानक देव और सिंधी समाज के भगवान झूलेलाल की प्रतिमाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
सीधी घटना का विवरण
सुबह लगभग 9 बजे जब लोग गुरुद्वारा साहिब में पूजा करने के बाद बाहर निकल रहे थे, तभी उन्होंने धुएं का एक बड़ा बादल देखा। जैसे ही लोग अंदर गए, उन्हें पता चला कि कमरे में आग लगी हुई है। इसकी जानकारी लगते ही आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और नगर पालिका सीधी को सूचित किया।
स्थानीय लोगों की तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीब 20 कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया। इस प्रक्रिया में लोगों ने धुएं से भरे कमरे में फंसे सभी लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।


पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी थी। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस पूरी घटना की जांच कर रही है।

नेताओं की प्रतिक्रिया
सांसद राजेश मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। इसके अलावा, सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष दिलीप सितानी और सिंधी समिति के अन्य पदाधिकारी ने भी मौके पर जाकर हालात की समीक्षा की।
ये भी पढ़ें:- टिकरी में मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान युवक की मौत, नदी में डूबा
निष्कर्ष
इस घटना ने सीधी शहर के धार्मिक समुदाय को गहरा दुख पहुंचाया है। गुरुद्वारे में हुए नुकसान और धार्मिक मान्यताओं के साथ जुड़ी इस घटना ने लोगों को भावनात्मक रूप से आहत किया है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।