भोपाल
कांग्रेस संगठन में इस समय राज्यों के स्तर पर बड़े बदलावों का दौर चल रहा है। हरियाणा में 11 साल बाद जिला अध्यक्षों की नई सूची जारी कर संगठन में नई ऊर्जा भरने की कोशिश की गई है। वहीं, अब मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की अहम बैठक शुरू हो चुकी है, जिसमें पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद हैं और जिला अध्यक्षों के नामों पर सहमति बनने की संभावना है।
हरियाणा में 11 साल बाद नया संगठनात्मक ढांचा
हरियाणा कांग्रेस ने हाल ही में अपने नए जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है। पुराने चेहरों के साथ कई नए चेहरे शामिल किए गए हैं। यह बदलाव करीब 11 साल बाद किया गया है, जिससे संगठन में नई रणनीतिक दिशा और नेतृत्व के प्रति उम्मीदें बढ़ी हैं। पार्टी का मानना है कि जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन ही आगामी चुनावों में सफलता की कुंजी होगा।
मध्य प्रदेश में बड़े बदलाव के संकेत
हरियाणा की तरह अब मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी बड़े फेरबदल के संकेत हैं। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विधायक फूल सिंह बरैया समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए हैं।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा—
“मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल होगा। जिला अध्यक्षों की नई सूची में नए और पुराने दोनों तरह के नाम शामिल होंगे।”
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह बदलाव केवल औपचारिक नहीं होगा, बल्कि संगठन की कार्यप्रणाली और नेतृत्व संरचना में भी सुधार लाने की कोशिश की जाएगी।
दो दिन में जारी होगी नई लिस्ट
बैठक के बाद संभावना है कि 2 दिनों के भीतर मध्य प्रदेश कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नई सूची जारी की जाएगी। माना जा रहा है कि इस सूची में कई जिलों में बदलाव होंगे, जिससे 2028 विधानसभा चुनाव की तैयारियों को मजबूत किया जा सके।

गोपनीय एजेंडों पर भी चर्चा
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की इस बैठक में जिला अध्यक्षों के नाम के अलावा कई अन्य गोपनीय राजनीतिक एजेंडों पर भी चर्चा हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, इनमें पार्टी की आगामी रणनीति, संगठनात्मक मजबूती और विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने के मुद्दे शामिल हैं।
कांग्रेस का बड़ा आरोप — ‘वोट चोरी से बनी थी बीजेपी सरकार’
बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2023 विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटरों के जरिए बीजेपी ने सरकार बनाई। उनका दावा है कि प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर फर्जी वोटर पाए गए हैं।
इस मामले को लेकर कांग्रेस जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है, जिसमें जीतू पटवारी, उमंग सिंघार और हरिश चौधरी खुलासा करेंगे। इसके लिए कांग्रेस ने पूरे प्रदेश से नेताओं और कार्यकर्ताओं से वोटर डेटा मंगवाया है। हर जिले में मतदाता सूचियों का अवलोकन किया जा रहा है, और विधायक व पूर्व प्रत्याशियों से भी विस्तृत रिपोर्ट ली जा रही है।
संगठन को चुनावी मोड में लाने की कोशिश
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हरियाणा और मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों की नई नियुक्ति का मकसद संगठन को चुनावी मोड में लाना है। हरियाणा में जहां बदलाव का असर लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारी पर पड़ेगा, वहीं मध्य प्रदेश में यह बदलाव 2028 विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
यह भी पढ़िए – सीधी जिला अस्पताल में लापरवाही का बड़ा खुलासा – 21 वर्षीय युवती को लगाई गई एक्सपायरी दवाई, प्रशासन पर उठे सवाल
हरियाणा कांग्रेस में 11 साल बाद हुए बदलाव ने जहां राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है, वहीं मध्य प्रदेश में भी इसी तरह के बड़े फेरबदल की तैयारी है। अब सभी की निगाहें अगले दो दिनों पर टिकी हैं, जब मध्य प्रदेश कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नई सूची जारी करेगी। यह बदलाव केवल पदों का फेरबदल नहीं, बल्कि संगठन की जमीनी ताकत को पुनर्जीवित करने की कोशिश भी है।