दिल्ली के पॉश और वीआईपी इलाके लुटियंस में स्थित 14 अशोका रोड की शानदार कोठी अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आधिकारिक आवास बनेगी। यह वही बंगला है जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मेनका गांधी करीब 35 साल तक रहीं। फरवरी 2025 में यह कोठी मुख्यमंत्री मोहन यादव को अलॉट कर दी गई थी, लेकिन मरम्मत और रंगाई-पुताई का काम चलते रहने की वजह से वे अभी तक इसमें शिफ्ट नहीं हो पाए थे। अब तैयारियों के पूरा होने के बाद जल्द ही वे इस बंगले में गृह प्रवेश करेंगे।
ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित बंगला
लुटियंस दिल्ली की 14 अशोका रोड पर स्थित यह कोठी हमेशा से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय रही है। लंबे समय तक मेनका गांधी ने इसे अपना आवास बनाया और यहां से उन्होंने कई बार राजनीति की दिशा तय की। अब यही बंगला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का नया पता बनने जा रहा है। इस कोठी में रहने के अलावा एक विशेष ऑफिस, मीटिंग हॉल और बैठकों के लिए जगह भी होगी, ताकि मुख्यमंत्री अपने दिल्ली प्रवास के दौरान सरकारी कामकाज और महत्वपूर्ण मुलाकातें यहीं से कर सकें।

मुख्यमंत्री का नया ठिकाना तैयार
जानकारी के मुताबिक, इस कोठी की पूरी मरम्मत, रंगाई-पुताई और अंदरूनी सजावट का काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री मोहन यादव शुभ मुहूर्त देखकर यहां गृह प्रवेश करेंगे। अब तक जब भी वे दिल्ली प्रवास पर आते थे तो न्यू मध्यप्रदेश भवन में ठहरते थे। लेकिन अब उनका नया स्थायी ठिकाना यही प्रतिष्ठित बंगला होगा।
हाल ही में की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात
दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में केंद्रीय तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें वैदिक घड़ी भेंट की और मंत्रालय से जुड़े कई लंबित मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री की इस मुलाकात को मध्यप्रदेश में निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स की दिशा में अहम माना जा रहा है।
‘मॉडल स्टेट’ बनाने की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री मोहन यादव लगातार यह दावा कर रहे हैं कि बीते 20 वर्षों में मध्यप्रदेश की तस्वीर बदली है और अब उनकी सरकार प्रदेश को देश का ‘मॉडल स्टेट’ बनाने के लक्ष्य पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश को ‘न्यू फूड बॉस्केट ऑफ इंडिया’ बनाने की दिशा में भी ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री के अनुसार, प्रदेश के अन्नदाता किसानों की मेहनत से अनाज के भंडार भरे पड़े हैं और सरकार का मकसद इन संसाधनों का सही इस्तेमाल कर किसानों को अधिकतम लाभ दिलाना है।
क्यों अहम है यह बंगला?
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि दिल्ली में मुख्यमंत्री का स्थायी आवास मिलना न केवल एक औपचारिक व्यवस्था है, बल्कि यह राजनीतिक कनेक्टिविटी के लिहाज से भी अहम है। दिल्ली में रहते हुए मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार के मंत्रालयों और बड़े नेताओं से मिलने-जुलने में आसानी होगी।
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लुटियंस दिल्ली का यह बंगला अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का नया आधिकारिक आवास होगा। 35 साल तक मेनका गांधी का राजनीतिक केंद्र रहा यह प्रतिष्ठित घर अब मोहन यादव के दिल्ली प्रवास की गतिविधियों का केंद्र बनेगा। इससे न केवल उनके कामकाज में सुविधा होगी, बल्कि यह बंगला आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों का भी अहम केंद्र बन सकता है।