सीधी। महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” शुरू करने की घोषणा की है। इस विशेष अभियान का लक्ष्य महिलाओं में स्वास्थ्य और पोषण संबंधी चुनौतियों को पहचानकर उन्हें समय पर उचित उपचार उपलब्ध कराना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बबिता खरे ने बताया कि अभियान के दौरान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के साथ-साथ किशोरियों में कुपोषण और एनीमिया की समस्या पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, गैर-संचारी रोग जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर की समय पर जांच तथा संचारी रोगों जैसे क्षय और कुष्ठ रोग की पहचान और इलाज को भी प्राथमिकता दी जाएगी।

इस अवधि में विभिन्न स्वास्थ्य एवं पोषण शिविर, विशेषज्ञ परामर्श शिविर और स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता, पोषण, योग तथा स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करने के लिए गतिविधियाँ भी होंगी। 17 सितंबर को जिला और विकासखंड स्तर पर अभियान का शुभारंभ होगा, जबकि 2 अक्टूबर को समापन समारोह में उपलब्धियों की प्रस्तुति की जाएगी।
इस पहल का सबसे बड़ा उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों की स्वास्थ्य समस्याओं को समय रहते पहचानना और आवश्यक उपचार प्रदान करना है। साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना, पोषण और स्वच्छता की आदतों को प्रोत्साहित करना तथा गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए समाज को जागरूक करना भी इसके मुख्य उद्देश्य हैं।
सीएमएचओ डॉ. बबिता खरे ने कहा कि यह अभियान महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा और उन्हें अधिक स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।