Bihar:- बिहार राजनीति में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है जब तथागत हर्षवर्धन, जो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री केके तिवारी के बेटे हैं, ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हर्षवर्धन ने अपने इस्तीफे के दौरान कांग्रेस की नीतियों और नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
Bihar:- इस्तीफे की जानकारी
हर्षवर्धन, जो कि जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं, ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर गोयल धर्मशाला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि वह कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर मूक है, जैसे कि स्थानीय नीति, पलायन, बेरोजगारी, और विस्थापन।
कांग्रेस की स्थिति
हर्षवर्धन ने कहा, “बिहार में वर्तमान में कांग्रेस विपक्ष में है, लेकिन कोई गंभीर प्रयास नहीं कर रही है। पार्टी की अस्मिता को गिरवी रख दिया गया है और प्रदेश में इसका कोई संगठनात्मक स्वरूप नहीं बचा है।”
केंद्रीय नेतृत्व का आभार
अपने इस्तीफे के साथ, उन्होंने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया, लेकिन कहा कि अब जनहित में काम करना जरूरी है, जो कि वर्तमान प्रदेश नेतृत्व के अधीन संभव नहीं है।
ये भी पढ़ें:- कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात, हिमाचल के हितों की रखी बात
यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि उसे अपने संगठनात्मक ढांचे और नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, खासकर जब कई युवा नेता पार्टी छोड़ रहे हैं।