भोपाल: मध्य प्रदेश ने हाल ही में अपने नए मुख्य सचिव, अनुराग जैन, का स्वागत किया है। राज्य के मुख्य सचिव का पद प्रशासनिक निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मुख्यमंत्री अक्सर उन्हीं की सलाह पर प्रदेश से जुड़े कई निर्णय लेते हैं, जिससे उनकी शक्ति और प्रभाव स्पष्ट होता है।
MP:- मुख्य सचिव के प्रमुख कार्य
मुख्य सचिव का काम सिर्फ सलाह देना ही नहीं है; बल्कि, वह राज्य प्रशासन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं का संचालन भी करते हैं। यहां जानिए मुख्य सचिव के कुछ प्रमुख कार्य और उनके अधिकार:
- मुख्यमंत्री के सलाहकार: मुख्य सचिव मुख्यमंत्री को शासन के सभी मामलों पर सलाह देते हैं, मंत्रियों के प्रस्तावों को संज्ञान में लाते हैं, और अन्य सचिवों के साथ समन्वय करते हैं।
- सचिवालय विभागों के मुखिया: मुख्य सचिव विभिन्न सचिवालय विभागों के प्रशासनिक प्रमुख के रूप में कार्य करते हैं और किसी भी मामले की फाइल संबंधित विभागों से मंगवाने का विशेषाधिकार रखते हैं।
- सिविल सेवा के लिए यह काम: वरिष्ठ सिविल सेवकों की नियुक्ति, स्थानांतरण, और पदोन्नति मामलों का निर्णय भी मुख्य सचिव के निर्देशन में होता है। इसके साथ ही, वह सेवकों के मनोबल को बनाए रखने का कार्य भी करते हैं।
- कैबिनेट सचिव: मुख्य सचिव कैबिनेट सचिवालय का मुखिया होते हुए मंत्रिमंडल की बैठकों का आयोजन करते हैं, एजेंडा तैयार करते हैं, और कार्यवाही का रिकॉर्ड रखते हैं।
- सिविल सेवाओं के समन्वयक: मुख्य सचिव विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हैं और केंद्र-राज्य के बीच प्रशासनिक समन्वय की मुख्य कड़ी का काम करते हैं।

अनुराग जैन का कार्यकाल प्रशासनिक मामलों में नए दृष्टिकोण और दिशा प्रदान कर सकता है, जिससे राज्य के विकास में तेजी आ सकती है। क्या आप इस बदलाव के प्रभावों को लेकर उत्सुक हैं? आगे देखना दिलचस्प होगा कि जैन अपने कार्यकाल में कैसे राज्य की विकास यात्रा को आगे बढ़ाते हैं।
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