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आतंकवाद के खिलाफ भारत का संदेश लेकर विदेश दौरे पर जाएंगे सांसदों का प्रतिनिधिमंडल

भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी ज़ीरो टॉलरेंस नीति को लेकर अब दुनिया को और भी स्पष्ट संदेश देना चाहता है। इसी उद्देश्य से एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया है, जो भारत के प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेगा और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश की राय को मजबूती से रखेगा।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मिशन की जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रतिनिधिमंडल जल्द ही अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, जापान और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों का दौरा करेगा। उनका कहना है कि इस मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत की ओर से सभी प्रकार के आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट और स्पष्ट संदेश देना है।

इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं। इनमें कांग्रेस से शशि थरूर, जेडीयू से संजय कुमार झा, डीएमके से कनिमोझी, एनसीपी से सुप्रिया सुले, शिवसेना से श्रीकांत शिंदे और भाजपा से रविशंकर प्रसादबैजयंत पांडा के नाम शामिल हैं।

हालांकि कांग्रेस की तरफ से पहले जारी की गई लिस्ट में शशि थरूर का नाम नहीं था। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि मंत्री रिजिजू ने 16 मई की सुबह कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात कर चार सांसदों के नाम मांगे थे। इसके बाद कांग्रेस ने आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन, और राजा बरार को नामित किया।

लेकिन बाद में जब शशि थरूर को इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया, तो उन्होंने खुद इस पर खुशी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि वह इस जिम्मेदारी के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना था कि जब राष्ट्रीय हित शामिल हो, तो वह हमेशा देश की सेवा के लिए तैयार रहते हैं।

न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल में कुल करीब 40 सांसद शामिल होंगे, जिन्हें सात समूहों में बांटा जाएगा। हर समूह में सात से आठ सदस्य होंगे और वे चार से पांच देशों का दौरा करेंगे। यह दौरा 23 मई से शुरू होगा और 10 दिनों तक चलेगा

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यह पहल भारत की ओर से यह दिखाने की कोशिश है कि आतंकवाद के मुद्दे पर देश राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुट है। इससे भारत को वैश्विक मंचों पर अपनी बात प्रभावी तरीके से रखने का अवसर मिलेगा और साथ ही विश्व समुदाय को यह संदेश भी जाएगा कि भारत आतंकवाद को किसी भी रूप में सहन नहीं करेगा।

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