भोपाल, मध्य प्रदेश।
देश के करोड़ों आयुष्मान कार्डधारकों के लिए एक बेहद राहत भरी खबर सामने आई है। अब उन्हें इलाज के दौरान बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उपचार की सीमाओं में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। खास बात यह है कि कैंसर सर्जरी जैसे जटिल और महंगे उपचार भी अब इस योजना में कवर किए जाएंगे। साथ ही, कार्डधारकों को दिल की बीमारी में एक बार में दो स्टेंट डालने की सुविधा भी मिलने जा रही है।
इलाज की झंझटें होंगी कम, सुविधा होगी बढ़ी
अब तक आयुष्मान कार्डधारकों को यदि दिल की नलियों में ब्लॉकेज की स्थिति में एक बार में सिर्फ एक स्टेंट डालने की अनुमति होती थी। अगर मरीज को दो स्टेंट की जरूरत होती थी, तो उसे डिस्चार्ज कर फिर से दोबारा भर्ती करना पड़ता था। इससे न केवल इलाज में देरी होती थी, बल्कि मरीज की सेहत पर भी जोखिम बना रहता था। लेकिन अब एक ही बार में दोनों स्टेंट डाले जा सकेंगे, जिससे मरीजों की परेशानी कम होगी और समय पर बेहतर इलाज मिल सकेगा।
कैंसर सर्जरी के नए पैकेज होंगे शामिल
अब तक आयुष्मान योजना में कैंसर से जुड़े अधिकांश पैकेज केवल जांचों तक सीमित थे, लेकिन अब ऑन्कोलॉजी (कैंसर उपचार) में सर्जरी और कीमोथेरेपी जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को भी जोड़ा जा रहा है। इससे लाखों कैंसर पीड़ित गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को महंगे इलाज से राहत मिलेगी।
शिशु मृत्यु दर कम करने के प्रयास
राज्य में शिशु मृत्यु दर (IMR) को कम करने के उद्देश्य से शिशु रोग से जुड़े पैकेजों में भी संशोधन किया जाएगा। इससे नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को जीवनरक्षक उपचार का लाभ आयुष्मान कार्ड से मिल सकेगा।
विशेषज्ञों की बैठक में बने नए प्रस्ताव
हाल ही में मध्य प्रदेश स्टेट हेल्थ अथॉरिटी ने विशेषज्ञों की एक अहम बैठक बुलाई थी। इसमें योजना के पैकेजों को अधिक व्यावहारिक और लाभकारी बनाने पर विचार किया गया। तैयार किए गए सभी प्रस्ताव नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) को भेज दिए गए हैं। जैसे ही केंद्र से मंजूरी मिलती है, नए प्रावधान लागू कर दिए जाएंगे।
आयुष्मान निरामयम मध्यप्रदेश के सीईओ डॉ. योगेश भरसट ने बताया कि बदलाव का उद्देश्य अधिक से अधिक जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है।

पहले भी हो चुके हैं बड़े बदलाव
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में ही मध्यप्रदेश में 282 नए पैकेज और 355 नई मेडिकल प्रक्रियाएं आयुष्मान योजना में शामिल की गई थीं। इन पैकेजों में सेप्टिक शॉक, पीईटी स्कैन, प्लेटलेट फेरेसिस जैसी गंभीर चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं। इसके साथ ही योजना में कवर किए गए कुल उपचार की संख्या 1,952 तक पहुंच चुकी है।
उन्नत इलाज की ओर बढ़ता कदम
नई सिफारिशों में इंटरवेंशनल न्यूरोरेडियोलॉजी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, सिजेरियन हिस्टेरेक्टॉमी, गर्भाशय की समस्याएं आदि को शामिल किया गया है। इसका मकसद गरीब और जरूरतमंद वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं बिना आर्थिक बोझ के देना है।
फिलहाल 5 लाख तक मुफ्त इलाज
बता दें, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत पात्र नागरिकों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज सरकारी और निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाता है। अब नए पैकेज जुड़ने से लाभार्थियों को अधिक बीमारियों के इलाज की सुविधा एक ही कार्ड पर मिल सकेगी।
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आयुष्मान योजना में हो रहे ये परिवर्तन देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम को और मजबूत और समावेशी बना रहे हैं। एक ही बार में इलाज, कैंसर जैसी बीमारियों का कवर और शिशु चिकित्सा में विस्तार – ये सारे कदम देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत हैं।