पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी कस्बे से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक ने 7 साल पहले दफनाई गई महिला की कब्र खोदकर उसका कंकाल बाहर निकाला और उसके साथ सेल्फी लेने लगा। यह देख गांववालों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आरोपी युवक की सड़क पर जमकर पिटाई कर दी और पुलिस को भी घंटों तक शवस्थल के पास फँसाकर रखा।
कब्रिस्तान में शराब की बोतल लेकर पहुंचा युवक
घटना 20 मई की रात की बताई जा रही है। आरोपी की पहचान प्रभाकर सीत के रूप में हुई है, जो स्थानीय निवासी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह नशे की हालत में था और शराब की बोतल लेकर कांथी इलाके के कब्रिस्तान पहुंचा। वहां उसने एक महिला की कब्र खोदी, जो करीब 7 साल पहले मृत हुई थी, और कंकाल को बाहर निकाल लिया।
सेल्फी खींचते देख ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा
जब प्रभाकर महिला के कंकाल के साथ मोबाइल से फोटो और सेल्फी ले रहा था, तभी कुछ ग्रामीणों ने उसे देख लिया। वे तुरंत शोर मचाने लगे, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग कब्रिस्तान में इकट्ठा हो गए। गुस्साई भीड़ ने प्रभाकर को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया।

पुलिस पर पथराव, जवान घायल
घटना की सूचना मिलने पर कांथी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ इतनी उग्र थी कि उन्होंने प्रभाकर को पुलिस के हवाले करने से मना कर दिया। उल्टा, ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो घंटे से ज़्यादा समय तक चली कड़ी मशक्कत और वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस युवक को अपने साथ ले जा पाई।
अस्पताल में भर्ती, आरोपी गिरफ्तार
गंभीर रूप से घायल प्रभाकर को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुलिस ने IPC की कई धाराओं में मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि वह पहले कांथी के एक होटल में काम करता था, लेकिन शराब की लत के कारण नौकरी छूट गई। फिलहाल वह बेरोजगार और मानसिक रूप से अस्थिर बताया जा रहा है।
क्यों निकाला कंकाल? पुलिस कर रही मानसिक जांच
अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि आखिर प्रभाकर ने महिला की कब्र क्यों खोदी? क्या उसके पीछे कोई मानसिक बीमारी, अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र या कोई और कारण था? मेडिकल टीम युवक की मानसिक स्थिति की जांच कर रही है और उसका मनोचिकित्सकीय मूल्यांकन भी किया जाएगा।
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घटना के बाद से कांथी गांव में दहशत और नाराज़गी का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि कब्र जैसी पवित्र जगह पर इस तरह की हरकत सिर्फ अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक मर्यादा का उल्लंघन भी है। लोगों ने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।