जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। खुफिया जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीम ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में कम से कम तीन से चार आतंकवादी फंसे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हैं और हाल ही में इसी क्षेत्र में हुई एक मुठभेड़ के दौरान भाग निकले थे। माना जा रहा है कि ये उसी आतंकी समूह का हिस्सा हैं। फिलहाल दोनों ओर से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पहले भी हो चुकी हैं मुठभेड़ें
गौरतलब है कि इसी महीने के शुरुआती दिनों में घाटी में दो अलग-अलग आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान सुरक्षा बलों ने छह आतंकियों को मार गिराया था। इन मुठभेड़ों में मारे गए तीन आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े थे। ये कार्रवाई उस समय की गई थी जब पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले में 26 आम नागरिक मारे गए थे। इस घटना ने पूरे देश में गुस्से की लहर फैला दी थी।
PoK में भी हुई थी कार्रवाई
इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके चलते भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। हालांकि बाद में दोनों देशों ने सैन्य कार्रवाई में विराम की घोषणा की, जिससे स्थिति थोड़ी सामान्य हुई।

लगातार बढ़ रही आतंकियों की गतिविधियां
हाल के महीनों में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों, खासकर दक्षिण कश्मीर और डोडा, किश्तवाड़ जैसे इलाकों में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सीमा पार से हथियार, घुसपैठ और आतंकी ट्रेनिंग जारी है। आतंकवादियों की बढ़ती हलचल को देखते हुए घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है।
फिलहाल क्या स्थिति है?
ताजा मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है और ऑपरेशन अब भी जारी है। सूत्रों की मानें तो आतंकियों से आत्मसमर्पण की अपील भी की गई है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। सेना सतर्कता से आगे बढ़ रही है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
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इस मुठभेड़ से साफ है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं। हालांकि सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं और समय-समय पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। किश्तवाड़ की यह मुठभेड़ आने वाले दिनों में घाटी की सुरक्षा स्थिति को प्रभावित कर सकती है। अब देखना यह है कि ऑपरेशन का अंत किस तरह होता है और क्या इसमें आतंकियों को पकड़ने या मार गिराने में सफलता मिलती है।