जयपुर/ग्वालियर। राजस्थान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन नाबालिग हैं। पुलिस का दावा है कि ये आरोपी स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ब्लास्ट करने की फिराक में थे। सभी गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है।
जयपुर के एडीजी दिनेश एम.एन. ने बताया कि ये सभी आरोपी पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के रहने वाले हैं। गिरफ्तार बदमाशों में हनुमानगढ़ (राजस्थान) का संजय नायक, पंजाब के कपूरथला स्थित आलमगीर निवासी सोनू उर्फ काली चीर, जयपुर के माधोराजपुरा निवासी रितिक, यूपी के निवाई निवासी एक युवक और पंजाब के तीन नाबालिग शामिल हैं।
जालंधर में कर चुके हैं ग्रेनेड ब्लास्ट
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यही आरोपी 7 जुलाई को पंजाब के जालंधर जिले के नवांशहर में एक दुकान के बाहर ग्रेनेड धमाके में शामिल थे। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि ग्रेनेड पाकिस्तान से मंगवाया गया था। विस्फोटक सामग्री को भारत में कैसे लाया गया, इस पर अभी जांच जारी है।
कनाडा से मिलते थे आदेश
गिरफ्तार बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उनका सीधा संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है और उनका हैंडलर जिशान अख्तर फिलहाल कनाडा में है। जिशान ने ही उन्हें धमाके की साजिश के निर्देश दिए थे। जिशान का नाम पहले भी चर्चाओं में रह चुका है। उसने मुंबई में हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी।

पाकिस्तानी गैंगस्टरों से कनेक्शन
पुलिस के अनुसार, जिशान अख्तर पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी, मनु अगवान और गोपी नवांशहरिया से जुड़ा हुआ है। ये लोग अपने-अपने देशों में आपराधिक गतिविधियां संचालित करते हैं और नए युवाओं को पैसे का लालच देकर गैंग में शामिल करते हैं। इसके बाद उन्हें वारदात को अंजाम देने के लिए भेजा जाता है।
सोशल मीडिया के जरिए भर्ती
जयपुर एडीजी दिनेश एम.एन. ने बताया कि पकड़े गए आरोपी इंस्टाग्राम और अन्य ऑनलाइन ऐप के जरिए जिशान अख्तर से जुड़े थे। सोशल मीडिया पर पहले उन्हें पैसे और हथियारों का लालच दिया गया और फिर उन्हें धमाकों जैसी बड़ी वारदात की जिम्मेदारी सौंपी गई।
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पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों का प्लान था कि स्वतंत्रता दिवस से पहले या उसी दिन दिल्ली और ग्वालियर में ब्लास्ट कर माहौल को दहशत में डाला जाए। हालांकि, समय रहते राजस्थान और पंजाब पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस साजिश को नाकाम कर दिया।
फिलहाल, गिरफ्तार सभी बदमाशों से पंजाब पुलिस गहन पूछताछ कर रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़े बाकी लोगों को पकड़ा जा सके। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि पाकिस्तान से आए हथियार और विस्फोटक किन रास्तों से भारत में पहुंचे और इनके पीछे किन बड़े चेहरों का हाथ है।