जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में क्रिसमस बाजार में हुए एक आतंकवादी हमले में 2 लोगों की मौत हो गई और 68 लोग घायल हो गए हैं। यह घटना 20 दिसंबर को भारतीय समयानुसार रात 11.30 बजे (18:20 GMT) के आसपास घटी, जब एक कार तेज़ रफ्तार में क्रिसमस बाजार की भीड़ में घुस गई। मृतकों में एक बच्चा और एक व्यस्क व्यक्ति शामिल हैं, जबकि घायलों में से 15 की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय अधिकारियों ने इसे आतंकवादी हमला बताया है और पुलिस ने संदिग्ध की पहचान कर ली है।
हमलावर की पहचान और जानकारी
घटना के संदर्भ में जर्मनी के सैक्सनी-अनहाल्ट राज्य के प्रमुख रीनर हेसलोफ़ ने पुष्टि की है कि संदिग्ध हमलावर की पहचान 50 वर्षीय तालेब ए. के रूप में हुई है। तालेब ए. सऊदी अरब का नागरिक है, जो 2006 में जर्मनी आया था और डॉक्टर के रूप में काम करता था। वह मनोचिकित्सा (Psychiatry) और साइकोथेरेपी का काउंसलर था और 2016 में उसे जर्मनी में शरणार्थी के रूप में मान्यता दी गई थी।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, तालेब ए. ने हमले से एक दिन पहले ही कार किराए पर ली थी और अकेले ही इस हमले को अंजाम दिया। शुरुआती जांच में कोई और संदिग्ध व्यक्ति शामिल होने की सूचना नहीं है।


घटना का विवरण और वीडियो
गवाहों और सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के अनुसार, संदिग्ध ने एक काले रंग की BMW कार से क्रिसमस बाजार में भीड़ को कुचल दिया। कार लगभग 400 मीटर तक तेज़ गति से चली और टाउन हॉल की दिशा में बढ़ी। कई वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर खून से लथपथ लोग पड़े हैं और इमरजेंसी सर्विस के कर्मचारी घायल लोगों का इलाज कर रहे हैं। घटनास्थल पर अस्थायी टेंट लगाए गए और लगभग 100 अग्निशमन कर्मी और 50 बचाव सेवा कर्मी राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।

प्रतिक्रिया और जांच
जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने इस हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि क्रिसमस बाजार के आयोजकों ने फिलहाल बाजार को बंद करने की घोषणा की है। स्कोल्ज़ 21 दिसंबर को मैगडेबर्ग शहर का दौरा करेंगे।
इस घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हमले के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि तालेब ए. ने इस हमले को क्यों अंजाम दिया।
क्रिसमस बाजार पर हमले की पिछली घटनाएँ
जर्मनी में क्रिसमस बाजारों पर हमलों का इतिहास रहा है। 2016 में, बर्लिन के एक क्रिसमस बाजार में एक ट्यूनीशियाई नागरिक अनीस अमरी ने ट्रक से भीड़ पर हमला किया था, जिससे 12 लोगों की मौत हो गई थी। तब से, जर्मन सरकार ने क्रिसमस बाजारों की सुरक्षा बढ़ाने के प्रयास किए थे, लेकिन इस ताजा घटना ने एक बार फिर सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं।
इस हमले ने एक बार फिर यूरोप में बढ़ते आतंकवादी खतरों और सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। जर्मन अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द से जल्द मामले की पूरी जानकारी जुटाकर आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
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