भारतीय सेना द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ठिकानों पर बेहद सटीक एयरस्ट्राइक की गई। अब इस हमले की सैटेलाइट तस्वीरें सामने आ गई हैं, जो इस ऑपरेशन की तीव्रता और सफलता की गवाही दे रही हैं।
अमेरिका की अर्थ इमेजिंग कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी की गई इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, जो पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित है, भारी तबाही का शिकार हुआ है।
यह मुख्यालय, जिसे ‘मरकज सुभान अल्लाह’ कहा जाता है, करीब 15 एकड़ में फैला हुआ है और यहीं पर 2019 के पुलवामा हमले में शामिल आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई थी।
तस्वीरों के अनुसार, इस मस्जिद के तीन बड़े गुंबद निशाने पर लिए गए और उनमें से तीन पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। यह संकेत है कि भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को बेहद योजनाबद्ध और सटीक तरीके से अंजाम दिया है।
इसी तरह, पाकिस्तान के मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय ‘मरकज तैयबा’, जो 82 एकड़ में फैला है, भी ऑपरेशन सिंदूर की चपेट में आया। यह परिसर न केवल हथियार प्रशिक्षण का केंद्र है, बल्कि यहां हर साल करीब 1,000 छात्रों को कट्टरपंथी सोच की घुट्टी पिलाई जाती है।

इस केंद्र का संबंध अल-कायदा से भी रहा है। ओसामा बिन लादेन ने यहां की मस्जिद और गेस्ट हाउस को आर्थिक मदद दी थी। यही वह ठिकाना है जहां से 26/11 मुंबई हमले के हमलावरों को ट्रेनिंग दी गई थी। अजमल कसाब, डेविड हेडली और तहव्वुर राणा जैसे आतंकी यहीं प्रशिक्षित हुए थे।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस ऑपरेशन में भारत ने अपने राफेल लड़ाकू विमानों से ‘स्कैल्प’ और ‘हैमर’ जैसी आधुनिक Beyond Visual Range Missiles का इस्तेमाल किया। ये मिसाइलें दुश्मन के इलाके में घुसकर सटीक लक्ष्यभेदन करने की क्षमता रखती हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह से इंटेलिजेंस-बेस्ड मिशन था, जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ आतंक के अड्डों को खत्म करना था, आम नागरिकों को नहीं।
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इस हमले से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब कूटनीति से नहीं, सीधे कार्यवाही से देगा। पाकिस्तान की जमीन पर मौजूद आतंकियों के इन मजबूत गढ़ों को नेस्तनाबूद कर भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि उसकी सहिष्णुता की सीमा समाप्त हो चुकी है।