आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू को लेकर विवाद इन दिनों गर्माया हुआ है। इस मामले में तमिल अभिनेता कार्थी और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण के बीच गहमा-गहमी हो गई है। हाल ही में कार्थी को पवन कल्याण से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी।
तिरुपति लड्डू विवाद
23 सितंबर को, कार्थी हैदराबाद में अपनी फिल्म “मैयाझागन” के प्रमोशनल इवेंट में शामिल हुए। वहां एक मीम के माध्यम से तिरुपति लड्डू के बारे में मजाक किया गया। कार्थी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हमें इस वक्त लड्डू के बारे में बातें नहीं करनी चाहिए। ये बहुत सेंसटिव टॉपिक है।” उनके इस बयान ने विवाद को जन्म दिया।

पवन कल्याण का प्रतिक्रिया
24 सितंबर को विजयवाड़ा में एक मंदिर में पूजा करने के बाद पवन कल्याण ने मीडिया से कहा, “आपने कहा लड्डू एक सेंसटिव टॉपिक है। दोबारा कभी ऐसा मत कहना। मैं एक एक्टर के तौर पर आपकी रिस्पेक्ट करता हूं, मगर जब भी सनातन धर्म की बात आती है, तो कुछ भी कहने से पहले 100 बार सोचिएगा।”
कार्थी की माफी
पवन के इस बयान के बाद, कार्थी ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी। उन्होंने लिखा, “प्रिय पवन कल्याण सर, पूरे सम्मान के साथ मैं अनजाने में हुई किसी भी तरह की ग़लतफहमी के लिए आपसे माफी मांगता हूं। भगवान वेंकेटेश्वर के भक्त के रूप में मैं हमारी परंपराओं को सबसे पहले मानता हूं।”

कार्थी के फैन्स उनका समर्थन कर रहे हैं, उनका कहना है कि इवेंट के आयोजकों ने जानबूझकर विवाद को बढ़ावा देने के लिए लड्डू पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री का बयान
इस विवाद की शुरुआत एक राजनीतिक बयान से हुई, जब पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि 2019 से 2024 के बीच जगन सरकार में तिरुपति लड्डू प्रसाद तैयार करने के लिए जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया।
पवन कल्याण का उपवास
पवन कल्याण ने 21 सितंबर को घोषणा की कि वे इस मुद्दे के प्रायश्चित के लिए 11 दिन का उपवास रखेंगे, जो 22 सितंबर से शुरू हुआ।
ये भी पढ़ें :- हरिनी अमरसूर्या बनीं देश की अगली प्रधानमंत्री
यह विवाद धार्मिक भावनाओं के साथ जुड़ा हुआ है और इसे लेकर सियासी हलचल भी तेज है।