उदयपुर (राजस्थान): बॉलीवुड फिल्म दृश्यम से प्रेरित होकर राजस्थान के उदयपुर में एक युवक ने बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या कर सनसनी फैला दी। हत्या के बाद उसने शव को जलाया और बचा-खुचा हिस्सा एक झील में फेंक दिया, ताकि कोई सबूत न मिले। लेकिन पुलिस की सटीक जांच और फोरेंसिक टीम की मेहनत के चलते वह अंततः गिरफ्त में आ गया।
गुमशुदगी से खुली हत्या की परतें
70 वर्षीय चांदी बाई की हत्या की यह खौफनाक कहानी दो महीने बाद तब सामने आई, जब उनके परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर हत्या की आशंका जताई। चांदी बाई 9 जनवरी को एक कार्यक्रम में ढोल बजाने के लिए निकली थीं, लेकिन 22 फरवरी के बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिला था। आखिरकार पुलिस ने मामला एएसपी मनीष कुमार को सौंपा, जिन्होंने तकनीकी जांच के आधार पर मामले को सुलझाया।
हत्यारा निकला क्राइम शो का दीवाना
आरोपी रमेश लोहार महज़ कक्षा 5 तक पढ़ा है, लेकिन उसे क्राइम शोज़ और थ्रिलर फिल्मों का गहरा शौक था। पुलिस के मुताबिक, रमेश क्राइम पेट्रोल, सच्ची घटनाओं पर आधारित शो और दृश्यम जैसी फिल्में घंटों तक देखा करता था। उसी से प्रेरणा लेकर उसने चांदी बाई की हत्या की योजना बनाई।
गहनों के लालच में ली जान
22 फरवरी को रमेश ने चांदी बाई को 1100 रुपये देकर एक कार्यक्रम में बुलाने का बहाना बनाया और अपनी वैन में बैठाकर घंटों शहर में घुमाता रहा। उसने जानबूझकर मोबाइल फोन बंद रखा ताकि ट्रेसिंग न हो सके। देर रात एक सुनसान जगह ले जाकर उसने पेचकस से सिर पर कई बार वार कर चांदी बाई की हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपी ने उनके चांदी और सोने के आभूषण उतारे, मोबाइल और बैग को जंगल में फेंक दिया और शव को डंपिंग यार्ड में ले जाकर मलबे के नीचे दबा दिया। उसने शव को जलाया और अगले दिन अवशेष इकट्ठा कर पास की झील में फेंक दिए।
फिल्म ‘दृश्यम’ की तरह शव छिपाकर बचने की कोशिश
पुलिस के अनुसार, आरोपी को विश्वास था कि जब तक शव नहीं मिलेगा, तब तक वह पकड़ा नहीं जाएगा — ठीक उसी तरह जैसे फिल्म दृश्यम में दिखाया गया था। लेकिन यह योजना उतनी कारगर साबित नहीं हुई।

फोरेंसिक टीम ने डंपिंग यार्ड से महिला की खोपड़ी के कुछ टुकड़े बरामद किए। रमेश की वैन से खून के धब्बे और मानव बाल मिले, जिनका मिलान चांदी बाई के बिस्तर से लिए गए सैंपल से हुआ।
डिजिटल सबूतों ने खोली पोल
तकनीकी विश्लेषण से यह भी सामने आया कि चांदी बाई के लापता होने वाले दिन उनका और रमेश का मोबाइल एक ही लोकेशन पर था। साथ ही, पुलिस को रमेश के गूगल सर्च इतिहास से भी अहम सुराग मिले। उसने “शरीर सड़ने में कितना समय लगता है”, “मोबाइल ट्रैकिंग से पुलिस कैसे पकड़ती है” जैसे सवाल खोजे थे।
रमेश की पत्नी ने भी बताया कि वह देर रात तक अपराध से जुड़े शो देखता रहता था।
आरोपी पर पहले से दर्ज हैं आपराधिक मामले
पुलिस ने बताया कि रमेश का आपराधिक इतिहास भी रहा है, जिसमें एक बलात्कार का मामला शामिल है। वह पहले भी न्यायिक हिरासत में जा चुका है।
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फिलहाल पुलिस की जांच जारी
पुलिस ने रमेश को गिरफ्तार कर लिया है और उससे लगातार पूछताछ जारी है। मामले ने पूरे उदयपुर जिले में दहशत और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस अधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि समाज में बढ़ती आपराधिक प्रवृत्तियों पर नियंत्रण जरूरी है और मनोरंजन के नाम पर हिंसा को महिमामंडित करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।