सरकार ने उत्पाद शुल्क में की बढ़ोतरी, वैश्विक हालात और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच लिया गया फैसला
नई दिल्ली: आम जनता को एक और झटका देते हुए सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) बढ़ा दिया है। जारी किए गए सरकारी आदेश के अनुसार, पेट्रोल पर अब उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। इसका असर सीधे तौर पर आम उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा, क्योंकि मंगलवार से पेट्रोल और डीजल के दामों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो जाएगी।
सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। इसके अलावा, अमेरिका के ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए जवाबी टैरिफ के ऐलान ने भी इस निर्णय को प्रभावित किया है। ऐसे वैश्विक दबावों और आर्थिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उत्पाद शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि यह नई दरें आज रात 12 बजे से ही लागू हो जाएंगी। इसका मतलब है कि मंगलवार की सुबह से पेट्रोल-डीजल के लिए लोगों को ज्यादा कीमत चुकानी होगी।

पेट्रोलियम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार के इस कदम का उद्देश्य राजस्व को संतुलित करना और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच देश की ऊर्जा अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखना है।
हालांकि इस फैसले को लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी दलों का कहना है कि पहले से महंगाई की मार झेल रही जनता पर यह एक और बोझ डाला गया है। आम उपभोक्ताओं के लिए यह वृद्धि रोजमर्रा की जरूरतों को और महंगा बना सकती है।
देश के कई हिस्सों में पहले ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच चुकी हैं, ऐसे में दो रुपये प्रति लीटर की यह बढ़ोतरी ईंधन दरों को नए उच्चतम स्तर पर पहुंचा सकती है।
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फिलहाल, आम लोगों को सलाह दी जा रही है कि यदि संभव हो तो आज रात 12 बजे से पहले अपने वाहनों में ईंधन भरवा लें, ताकि नए दरों का प्रभाव कम से कम महसूस हो।