भारत बंद 2024: अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आज देशभर में भारत बंद का आयोजन किया गया है। इस बंद का आह्वान बसपा, भीम आर्मी और अन्य एससी-एसटी संगठनों ने किया है। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में इस बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है, विशेष रूप से ग्वालियर, इंदौर और गुना में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
भारत बंद 2024 ग्वालियर में सुरक्षा कड़ी
ग्वालियर जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जहां 2 अप्रैल 2018 को जातिगत हिंसा की घटनाएं हुई थीं। पुलिस ने शहर में अतिरिक्त बल तैनात किया है और विभिन्न स्थानों पर रैली और मार्च की निगरानी की जा रही है। एससी-एसटी संगठनों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्वक रैलियां निकालीं, हालांकि, पुलिस द्वारा तैनात किए गए अतिरिक्त बल के चलते स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा गया है।
इंदौर, श्योपुर और गुना में स्थिति
इंदौर, श्योपुर और गुना में कुछ हिस्सों में हल्की झड़पों और हंगामे की रिपोर्ट्स आई हैं। इन इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने दुकानों को जबरदस्ती बंद कराने की कोशिश की, जिससे पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई के कारण स्थिति को काबू में कर लिया गया है और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
मध्यप्रदेश पुलिस ने पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम किया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया है कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में उचित सुरक्षा व्यवस्था की जाए और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया जाए।
देशव्यापी भारत बंद
यह भारत बंद सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के विरोध में आयोजित किया गया है जिसमें अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर की व्यवस्था को स्वीकार किया गया है। एससी-एसटी संगठनों का कहना है कि यह फैसला उनके अधिकारों का उल्लंघन करता है और इससे समाज के पिछड़े वर्गों को नुकसान होगा।
निष्कर्ष
आज के भारत बंद ने मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों में समाजिक और राजनीतिक तनाव को उजागर किया है। जबकि अधिकांश स्थानों पर प्रदर्शन शांतिपूर्वक हुए हैं, पुलिस और प्रशासन को स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए रखनी होगी ताकि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।