भोपाल, 2 जनवरी 2025 मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने राज्य के संविदा कर्मचारियों के लिए एक बड़ी सौगात का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के लाखों संविदा कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी दी। इसके तहत, संविदा कर्मचारियों को अब स्थायी पदों पर समायोजित करने और उनके वेतन में वृद्धि की योजना बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस फैसले को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह सरकार संविदा कर्मचारियों के हितों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है और यह कदम हमारी उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है। हम उन्हें एक बेहतर भविष्य और सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
संविदा कर्मचारियों के लिए क्या है नया
- स्थायी पदों पर समायोजन: सरकार ने घोषणा की है कि जिन संविदा कर्मचारियों की सेवा में लगातार तीन साल का समय पूरा हो चुका है, उन्हें स्थायी पदों पर समायोजित किया जाएगा। इससे कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा प्राप्त होगी।
- वेतन में वृद्धि: इसके अलावा, संविदा कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की जाएगी। वे अब सरकारी कर्मचारियों के समकक्ष वेतन और भत्तों का लाभ प्राप्त करेंगे। यह फैसला कर्मचारियों के जीवन स्तर को सुधारने के उद्देश्य से लिया गया है।
- भविष्य में और भी लाभ: सरकार ने यह भी घोषणा की है कि भविष्य में अन्य संविदा कर्मचारियों के लिए भी समान अवसर दिए जाएंगे। नए नियमों के तहत, हर संविदा कर्मचारी को उसकी कार्यकुशलता और अनुभव के आधार पर स्थायी पदों पर नियुक्ति के अवसर मिलेंगे।
पारदर्शिता और निष्पक्षता की पुष्टि
सीएम मोहन यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि यह समायोजन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। इसमें किसी भी प्रकार की पक्षपातपूर्ण नीति का पालन नहीं किया जाएगा और सभी कर्मचारियों को समान अवसर मिलेगा। इसके लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा जो समायोजन प्रक्रिया की निगरानी करेगी।
कर्मचारियों का उत्साह
इस फैसले के बाद, राज्य के संविदा कर्मचारी बेहद खुश और उत्साहित नजर आ रहे हैं। कर्मचारी संघों ने सरकार के इस कदम की सराहना की है और इसे कर्मचारियों के अधिकारों की जीत बताया है। प्रदेश के कई संविदा कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर इस फैसले का स्वागत किया और मुख्यमंत्री मोहन यादव का धन्यवाद व्यक्त किया।
पार्टी के अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रदेश बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने इसे “श्रमिकों के लिए सशक्तिकरण का कदम” बताया। उन्होंने कहा, “यह कदम प्रदेश की विकास यात्रा और श्रमिक कल्याण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”
आगे की योजना
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार इस दिशा में और कदम उठाने की योजना बना रही है। आगामी बजट में कर्मचारियों के कल्याण के लिए कई अन्य योजनाएं और प्रावधान किए जाएंगे। सरकार की प्राथमिकता हमेशा से कर्मचारियों की भलाई रही है और आगे भी इसी दिशा में कार्य किया जाएगा। मोहन सरकार का यह बड़ा कदम प्रदेश के संविदा कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकता है। स्थायी नौकरी की सुरक्षा और वेतन वृद्धि के साथ-साथ इस कदम से कर्मचारियों को जीवन में एक नई उम्मीद मिलेगी। प्रदेश के संविदा कर्मचारियों के लिए यह सरकार का एक बड़ा तोहफा है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार और कार्य के प्रति प्रेरणा मिलेगी।
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