भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव ने एक बार फिर नियंत्रण रेखा से लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं तक हालात को गरमा दिया। पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों के जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेस और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाकर भारी तबाही मचाई। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से डीजीएमओ स्तर पर सीजफायर की पहल की गई, जिसे भारत ने सख्त चेतावनी के साथ स्वीकार किया।
भारत ने की निर्णायक जवाबी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायुसेना ने देर रात पाकिस्तान के रफीकी, नूर खान, स्कर्दू, जकोटाबाद, नगरोटा, भोलारी, चुक्कुर जैसे एयरबेस और सैन्य प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए। नूर खान एयरबेस, जहां PAF की एयर मोबिलिटी कमांड मौजूद है, को भी गंभीर नुकसान हुआ। स्कर्दू और भोलारी जैसे रणनीतिक ठिकानों पर भी हमलों ने पाकिस्तान की युद्ध क्षमता को झटका दिया।
इसके अलावा, सियालकोट और पसरूर में मौजूद रडार सिस्टम भी भारत की कार्रवाई में तबाह हो गए। हमलों की तीव्रता और सटीकता से पाकिस्तान के सैन्य तंत्र में अफरा-तफरी मच गई।
पाकिस्तान की मिसाइल व ड्रोन वार भी विफल
इससे पहले पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी, जम्मू-श्रीनगर, पठानकोट, उधमपुर और भुज जैसे क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की थी। लेकिन भारत के अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकतर हमलों को सफलतापूर्वक निष्फल कर दिया।

पाकिस्तान की अपील और ट्रंप की मध्यस्थता
भारतीय कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने शनिवार को ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया कि पाकिस्तान ने भारत के साथ तत्काल प्रभाव से सीजफायर की सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दावा किया कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देश पूर्ण युद्ध-विराम पर राजी हुए हैं। ट्रंप ने इसे एक बड़ी कूटनीतिक सफलता बताया।
भारत की सख्त चेतावनी
हालांकि, सीजफायर के कुछ घंटों के भीतर ही पाकिस्तान की ओर से दोबारा ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिसका भारत ने तुरंत जवाब दिया। इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान को सीजफायर उल्लंघन का दोषी ठहराते हुए चेतावनी दी कि अगर ऐसे हमले दोहराए गए, तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बयान जारी करते हुए कहा,
“पाकिस्तान को स्थिति की गंभीरता को समझना होगा। भारतीय सेना को हर परिस्थिति में सख्त जवाब देने का निर्देश दिया गया है।”
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भारत और पाकिस्तान के बीच यह टकराव भले ही अभी शांति की ओर बढ़ता नजर आ रहा हो, लेकिन पाकिस्तान की दोहरी नीति और सीमापार से जारी गतिविधियां क्षेत्रीय सुरक्षा को बार-बार खतरे में डाल रही हैं। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह न केवल अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा, बल्कि हर हमले का सटीक और निर्णायक जवाब भी देगा।