मणिपुर, 1 सितंबर 2024:-मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की गंभीर खबर सामने आई है। इम्फाल पश्चिम के कौत्रुक क्षेत्र में हुए एक भयावह हमले में दो लोगों की मौत हो गई है और करीब दस लोग घायल हुए हैं। मृतकों में एक महिला भी शामिल है। इस घटना ने मणिपुर में स्थिति को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है और सुरक्षा बलों को स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट पर रखा गया है।
राज्य के गृह मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इस घटना की जानकारी दी है। सरकारी बयान के अनुसार, 1 सितंबर को मिली सूचना के आधार पर, कौत्रुक में निहत्थे ग्रामीणों पर ड्रोन, बम और अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग करके हमला किया गया। इस हमले में कथित तौर पर कुकी समुदाय के लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। सरकारी बयान में कहा गया है, “निहत्थे ग्रामीणों पर इस प्रकार के हमले को राज्य सरकार बहुत गंभीरता से लेती है। यह हमला राज्य में शांति स्थापित करने के प्रयासों में रुकावट डालने के रूप में देखा जा रहा है।”

मणिपुर हिंसा
हिंसा की इस घटना में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, सात विस्फोटकों का उपयोग किया गया था और ड्रोन बमों का प्रयोग किया गया। अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन बमों का उपयोग आम तौर पर युद्ध स्थितियों में किया जाता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इस हमले में तकनीकी विशेषज्ञता और प्रशिक्षित पेशेवरों की भागीदारी हो सकती है।
मृतकों में से एक की पहचान नगनबाम सुरबाला (35 वर्ष) के रूप में की गई है, जिनकी सिर में गोली लगी थी। उनकी बेटी भी इस हमले में घायल हो गई हैं। सुरबाला की बेटी को दाहिने हाथ में गोली लगी है। पुलिस के अनुसार, हमला दोपहर 2 बजे शुरू हुआ और शाम करीब 7:30 बजे तक जारी रहा।

हिंसा के इस ताजे मामलों ने राज्य सरकार की चिंता को और बढ़ा दिया है। मणिपुर की सरकार ने हमले की कड़ी निंदा की है और इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। राज्य सरकार ने शांति स्थापित करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
इस घटना के बाद से सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और जांच के लिए उच्चस्तरीय टीमों को तैनात किया गया है। स्थानीय निवासियों और राहत दलों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है ताकि हिंसा की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।
स्थानीय नेताओं और नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं ने इस हमले की निंदा की है और मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। नागरिकों ने सरकार से अपेक्षा जताई है कि वह सख्त कार्रवाई कर अपराधियों को कानून के कठोर दायरे में लाएगी और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
इस घटना ने मणिपुर के वर्तमान संकट को और गंभीर बना दिया है, जहां पहले से ही विभिन्न समुदायों के बीच तनाव और संघर्ष जारी है। इस प्रकार की हिंसक घटनाएं राज्य में शांति और सामान्य स्थिति की बहाली के प्रयासों को चुनौती देती हैं।