मध्यप्रदेश से महाकुंभ में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं को यूपी-एमपी बॉर्डर पर रीवा जिले के चाकघाट के पास रोका गया है। महाकुंभ मेले में मंगलवार-बुधवार की रात हुई भगदड़ के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। इस घटना में दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए हैं और अब तक एक दर्जन से अधिक मौतों की खबर सामने आई है।
बॉर्डर सील, वाहनों का प्रवेश बंद
प्रयागराज में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने करीब 250 किमी दूर से ही वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। मध्यप्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को रीवा जिले के चाकघाट बॉर्डर पर रोक दिया गया है।

सीएम मोहन यादव की अपील
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस स्थिति को देखते हुए प्रदेशवासियों से संयम बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर लिखा:
“आज मौनी अमावस्या के महापर्व पर तीर्थराज प्रयाग में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए पहुंचे हैं। भीड़ को ध्यान में रखते हुए रीवा जिले के चाकघाट सीमा पर वाहनों को रोका गया है। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्था की गई है।”
श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम
बॉर्डर पर रुके श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं:
- खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था
- दो डीएसपी और 50 जवान तैनात
- वाहनों के लिए चार स्टेजिंग पार्किंग (चोरहट, रायपुर, मनगवां समेत)
- डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती
- तीन एंबुलेंस स्टैंडबाय
प्रशासन की सख्ती
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
श्रद्धालुओं से अपील
सीएम ने कहा, “मैं सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करता हूं कि प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और संयम बनाए रखें।”
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फिलहाल, प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगातार काम कर रहा है, ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।