रीवा: सोमवार को एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने टीआरएस कॉलेज के परिसर में मार्कशीट जलाकर अपनी नाराजगी का इज़हार किया। छात्र संगठन का कहना है कि महाविद्यालय प्रबंधन ने रिजल्ट में लापरवाही की है, जिसके विरोध में एनएसयूआई ने सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन भी किया।
आरोप और प्रदर्शन
एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि टीआरएस कॉलेज के परीक्षा परिणाम में लगातार खराबी आ रही है। उन्होंने कहा, “एम.एस.सी. मैथ फाइनल के 90% विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम जानबूझकर बिगाड़ा गया है। सभी प्रश्नों के उत्तर देकर आने वाले छात्र भी फेल कर दिए गए हैं। हमने प्राचार्य को कई बार आवेदन देकर रिजल्ट में लापरवाही की जानकारी दी और दोबारा मूल्यांकन कराने का निवेदन किया, लेकिन अब तक कॉलेज प्रशासन ने हमारी बातों को नजरअंदाज किया।”
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई ने कॉलेज कैम्पस के अंदर मार्कशीट जलाकर अपनी नाराजगी जताई। छात्र संगठन ने यह कदम उठाने के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि जब छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन अनिवार्य हो गया।
रीवा:- महाविद्यालय प्रबंधन की प्रतिक्रिया
महाविद्यालय प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कॉलेज की प्राचार्य ने कहा कि रिजल्ट में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की गई है। उन्होंने कहा, “छात्रों की समस्याओं को सुना जा रहा है और उन्हें उचित समाधान देने की कोशिश की जा रही है। महाविद्यालय प्रबंधन पर लगाए जा रहे अनदेखी के आरोप निराधार हैं।”
प्राचार्य ने यह भी बताया कि कॉलेज प्रशासन ने सभी छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया है और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

भविष्य की योजना
एनएसयूआई ने यह स्पष्ट किया है कि अगर महाविद्यालय प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करता है, तो वे आगे भी इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। छात्र संगठन ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर उच्च अधिकारियों तक भी पहुंचेंगे और न्याय की उम्मीद बनाए रखेंगे।
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इस विवाद ने कॉलेज परिसर में हलचल पैदा कर दी है और छात्रों के बीच असंतोष की भावना को बढ़ावा दिया है। पुलिस और प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए हैं और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।