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वक्फ कानून के खिलाफ बंगाल में फिर भड़की हिंसा: दक्षिण 24 परगना में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में लगाई आग, हालात तनावपूर्ण

पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शनों ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया है। सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले में विरोध प्रदर्शन के दौरान हालात बेकाबू हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस और प्रशासन को हालात काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है।

इससे पहले मुर्शिदाबाद जिले में जाफराबाद इलाके में भी वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में हिंसा भड़क चुकी है, जिसमें तीन लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई थी। अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है।

विधायक नौशाद सिद्दीकी की अगुवाई में हो रहा था प्रदर्शन
दक्षिण 24 परगना में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के विधायक नौशाद सिद्दीकी की अगुवाई में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था। पुलिस ने जब रैली में शामिल लोगों को रोकने की कोशिश की, तो स्थिति बिगड़ गई। नाराज प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगा दिया और कुछ ही देर में मामला हिंसा में बदल गया। पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और पत्थरबाज़ी भी हुई।

विधायक सिद्दीकी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, “हमने शांतिपूर्ण रैली निकालने की अनुमति ली थी, लेकिन पुलिस ने हम पर हमला किया। यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। तृणमूल कांग्रेस खुद कह रही है कि वे वक्फ कानून को लागू नहीं होने देंगे, तो फिर जब हम उसी मांग को लेकर सड़कों पर उतरते हैं तो हमें क्यों रोका जाता है?” उन्होंने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।

मुर्शिदाबाद में हुई मौतों पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा और उसमें हुई मौतों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। वकील शशांक शेखर झा ने कोर्ट से विशेष जांच दल (SIT) के गठन की मांग की है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले की निगरानी करनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा और पीड़ितों को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि हिंसा की आशंका को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार दोनों को सतर्क रहना चाहिए।

सीएम ममता बनर्जी की पहल, बीजेपी की सियासी तैयारी
वक्फ कानून पर उपजे तनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 अप्रैल को राज्य के प्रमुख इमामों और मौलवियों से मुलाकात का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि सरकार किसी भी प्रकार की और हिंसा को टालने के लिए धार्मिक नेताओं के सहयोग से शांति स्थापित करना चाहती है।

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दक्षिण 24 परगना और मुर्शिदाबाद दोनों जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए निगरानी भी बढ़ा दी गई है।

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