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शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद: भाजपा और कांग्रेस ने तोड़ा भरोसा, गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने वाली पार्टी को दें वोट

नई दिल्ली: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को भरोसा तोड़ने वाली पार्टियां बताते हुए जनता से अपील की है कि वे उस पार्टी को वोट दें जो गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाए। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि गाय को माता का दर्जा मिलना चाहिए और इसे केवल पशु नहीं कहा जा सकता।

अविमुक्तेश्वरानंद ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा गाय को माता का दर्जा दिए जाने के फैसले की तारीफ की और कहा कि इस तरह के निर्णयों का समर्थन किया जाना चाहिए। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की भी प्रशंसा की, उन्हें “भोपाल का गोपाल” करार दिया।

उन्होंने अपने बयान में कहा, “गाय को माता का दर्जा मिलना चाहिए। संविधान कहता है कि गौ संवर्धन किया जाना चाहिए। हमारे राज्य चिन्ह में शेर, हाथी, घोड़ा और नंदी जैसे प्रतीक हैं, जिनका संरक्षण किया जाता है। यदि हम इनका सम्मान कर सकते हैं, तो गौवंश को क्यों नहीं?”

शंकराचार्य

शंकराचार्य ने भाजपा और कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “दोनों पार्टियों ने गाय की सुरक्षा के लिए वादे किए, लेकिन उनका पालन नहीं किया। महात्मा गांधी ने कहा था कि गाय का प्रश्न स्वराज से भी बड़ा है। कांग्रेस ने चुनाव में गाय को बचाने का वादा किया था, लेकिन अब यह दोनों पार्टियों की नीति में शामिल नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा ने कहा कि गाय का मांस खाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है। अब जो गौवंश की रक्षा करेगा, उसे ही वोट दें।”

इस दौरान उन्होंने सभी नेताओं से अपील की कि जो लोग महाराष्ट्र सरकार के इस निर्णय से खुश हैं, वे इसे सार्वजनिक रूप से समर्थन करें। उन्होंने गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने वाली पार्टी को प्राथमिकता देने का आग्रह किया, ताकि भारतीय संस्कृति और धर्म की रक्षा की जा सके।

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शंकराचार्य का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, और यह स्पष्ट है कि वे गौ संवर्धन के मुद्दे पर एक मजबूत संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। उनका यह कदम आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण कारक बन सकता है, जब मतदाता अपनी पसंद को तय करेंगे।

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