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शिवसेना ने रेल मंत्री का पुतला दहन कर पीड़ित किसान मजदूरों के समर्थन में किया विरोध

ललितपुर/सिंगरौली ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन से प्रभावित पीड़ित किसान और मजदूरों ने आज शिवसेना के नेतृत्व में एक बार फिर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के तहत जनसुनवाई के बाद जिला पंचायत मुख्य द्वार को घेर लिया गया और कलेक्टर के नाम एक पत्र सौंपा गया।

छठे दिन भी जारी है आमरण अनशन
पीड़ित किसान और मजदूरों द्वारा लगातार छठे दिन भी आमरण अनशन जारी है। शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय ने जानकारी दी कि इस आंदोलन में शामिल किसान और मजदूरों ने कलेक्ट्रेट चौक पर पुतला दहन कर रेल मंत्री के खिलाफ विरोध दर्ज कराया।https://g.co/kgs/4ztuRGL

मांगों को लेकर जनसुनवाई के बाद जिला पंचायत मुख्य द्वार पर घेराव करते हुए, शिवसेना के कार्यकर्ताओं और पीड़ितों ने मांग की कि उन्हें रोजगार, विस्थापन और मुआवजा जैसी समस्याओं का समाधान मिले। उन्होंने गोपद बनास एसडीएम को पत्र सौंपा जिसमें भूमि वितरण, रोजगार और अन्य मुद्दों को लेकर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई।

एसडीएम ने आश्वासन दिया
एसडीएम महोदय ने आश्वासन दिया कि भूमिहीन परिवारों को भूमि मिलने की प्रक्रिया राजस्व विभाग के माध्यम से पूरी की जाएगी और पीड़ितों की समस्याओं को जल्द हल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेल विभाग को पत्र भेजकर रोजगार के मुद्दे को उठाया जाएगा और सभी मांगों का विधिक समाधान किया जाएगा।

शिवसेना के नेताओं ने स्पष्ट किया कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पीड़ित किसान और मजदूरों के अधिकार पूरी तरह से नहीं मिल जाते। शिवसेना के प्रदेश महामंत्री धीरज पटेल, संभाग सायोजक संत कुमार केवट, जिलाध्यक्ष बेनाम सिंह बघेल उर्फ भोले, और कई अन्य नेता इस आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हैं।

प्रमुख किसान और मजदूरों के नामों में रंजीत सिंह, हीरा सिंह, ऋषि पांडेय, आनंद साहू, चंद्रिका कोल, रामलखन विश्वकर्मा, और कई अन्य शामिल हैं। युवा सेना सीधी विधानसभा अध्यक्ष रोहित राठौर, नगर अध्यक्ष जैनेंद्र सिंह चौहान उर्फ मुन्ना, नगर सयोजक राजन मिश्रा, और अन्य शिवसैनिक भी इस आंदोलन का हिस्सा हैं।

यह आंदोलन जारी रहेगा, और शिवसेना ने संकेत दिया है कि वे कानूनी और अन्य सभी दायरे से बाहर भी काम करेंगे, यदि आवश्यक हुआ तो शांत नहीं बैठेंगे।

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