जम्मू-कश्मीर में इस बार संविधान दिवस का आयोजन ऐतिहासिक महत्व रखता है। 1950 के बाद पहली बार इस क्षेत्र में संविधान दिवस बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन भारत के संविधान को संसद द्वारा अपनाए जाने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ थीम के तहत मनाया जा रहा है।
संविधान दिवस का मुख्य कार्यक्रम
संविधान दिवस समारोह का नेतृत्व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा करेंगे। मुख्य कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन होगा।

इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, शैक्षणिक संस्थानों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसी तरह के समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। यह प्रयास नागरिकों को संविधान में निहित मूल मूल्यों के प्रति जागरूक करने और उनकी भूमिका की याद दिलाने के लिए किया जा रहा है।
वेबसाइट और पोर्टल से अपडेट
संविधान दिवस के आयोजन की तस्वीरें और अपडेट समर्पित वेबसाइट www.constitution75.com पर अपलोड की जाएंगी। इसके अलावा, MyGov पोर्टल पर प्रतिभागी कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सभी विभाग प्रमुखों और जिला उपायुक्तों को अपने क्षेत्रों में इन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित करने का निर्देश दिया है।

हाईकोर्ट ने प्रस्तावना वाचन का दिया आदेश
संविधान दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट ने प्रस्तावना वाचन का आदेश दिया है। रजिस्ट्रार जनरल शहजाद अजीम ने बताया कि हाईकोर्ट के दोनों विंग (जम्मू और श्रीनगर) में वरिष्ठ न्यायाधीश संविधान की प्रस्तावना का वाचन करेंगे। जिला और तालुका न्यायालयों में भी प्रस्तावना वाचन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
महत्वपूर्ण संदेश
‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ के 75 वर्षों के इस विशेष अवसर का उद्देश्य नागरिकों को संविधान के प्रति उनके कर्तव्यों और अधिकारों का स्मरण कराना है। जम्मू-कश्मीर में इस आयोजन के माध्यम से एक नई शुरुआत का संदेश दिया जा रहा है, जो क्षेत्रीय स्तर पर एकता, समर्पण और विकास की दिशा में एक अहम कदम है।
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