महाराष्ट्र के सतारा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सनकी युवक ने एकतरफा प्यार में एक नाबालिग छात्रा की गर्दन पर चाकू रखकर जान से मारने की धमकी दी। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
एकतरफा प्यार में पागल आशिक का आतंक
घटना सतारा शहर के बसप्पा पेठ करंजे इलाके की है। शनिवार दोपहर जब एक नाबालिग स्कूली छात्रा स्कूल से घर लौट रही थी, तभी आरोपी युवक ने उसे अचानक पकड़ लिया और चाकू उसकी गर्दन पर तान दिया। युवक लगातार वहां मौजूद लोगों और छात्रा के घरवालों को धमकाता रहा और किसी को भी पास न आने की चेतावनी देता रहा।
वीडियो में दिखा सनकी का ‘ड्रामा’
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी किस तरह चाकू लहराकर भीड़ को डरा रहा था। कई लोग उसे समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था। सनकी युवक लड़की को जबरन एक घर के अंदर ले जाने की कोशिश कर रहा था। तनावपूर्ण माहौल में वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई, लेकिन कोई भी उस पर काबू पाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।
एक बहादुर नागरिक ने बदली कहानी
जब हालात बेकाबू हो गए, तब एक व्यक्ति ने हिम्मत दिखाई और दीवार फांदकर पीछे से आरोपी पर झपट पड़ा। उस शख्स ने अचानक से आरोपी को पकड़ लिया। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को दबोच लिया और जमकर उसकी पिटाई कर दी। भीड़ ने मौके पर ही ‘प्यार के भूत’ को उतार दिया और छात्रा को बचा लिया।

सूचना मिलने पर सतारा के शाहपूर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह पूरी घटना एकतरफा प्यार का नतीजा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी लंबे समय से छात्रा का पीछा कर रहा था। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
घटना के बाद सतारा में फैला आक्रोश
घटना के बाद से सतारा शहर में लोगों में आक्रोश है। आम लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर कैसे एक युवक दिनदहाड़े एक नाबालिग को इस तरह से सरेआम धमका सकता है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सवाल खड़े करती घटना
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि एकतरफा प्यार की विकृति किस हद तक युवाओं को मानसिक रूप से बीमार बना रही है। नाबालिगों की सुरक्षा और स्कूल से घर के बीच के रास्ते की निगरानी को लेकर भी नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
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सतारा की इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि समाज में मानसिक संतुलन खो चुके युवाओं से निपटने के लिए जागरूकता, शिक्षा और सख्त कानून की जरूरत है। साथ ही, यह भी जरूरी है कि आसपास के लोग ऐसी किसी भी संदिग्ध हरकत को नजरअंदाज न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।