Homeबड़ी खबरेहरियाणा के सीएम ने AAP के पूर्व मंत्री संदीप कुमार को BJP...

हरियाणा के सीएम ने AAP के पूर्व मंत्री संदीप कुमार को BJP में शामिल किया, छह घंटे बाद पार्टी से बाहर निकाला

चंडीगढ़:– हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में 10 अगस्त को आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व मंत्री संदीप कुमार वाल्मीकि ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने का निर्णय लिया। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा ने संदीप कुमार को पार्टी जॉइन करने के केवल छह घंटे बाद ही बाहर निकाल दिया। इस असामान्य घटना ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है और इसका कारण भी अब स्पष्ट हो गया है।

हरियाणा:-संदीप कुमार का BJP में शामिल

10 अगस्त को संदीप कुमार वाल्मीकि, जिन्होंने पहले दिल्ली सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री के रूप में कार्य किया था, ने पंचकूला में एक समारोह के दौरान BJP जॉइन की। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। संदीप कुमार का BJP में शामिल होना सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर प्रचारित हुआ और उनके पार्टी जॉइन करने की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए।

संदीप कुमार का BJP से निष्कासन

हालांकि, संदीप कुमार की BJP सदस्यता का उत्सव बहुत ही अल्पकालिक साबित हुआ। उसी दिन रात करीब 11 बजे, भाजपा ने एक असामान्य कदम उठाते हुए संदीप कुमार को पार्टी से बाहर कर दिया। इस अचानक के निर्णय ने सभी को चौंका दिया। भाजपा ने इसके पीछे की वजह स्पष्ट करने के लिए एक पत्र जारी किया, जिसे भाजपा प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया ने सिग्न किया।

सुरेंद्र पूनिया का पत्र और जानकारी

सुरेंद्र पूनिया द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया कि भविष्य में भाजपा का संदीप कुमार से किसी भी रूप में कोई संबंध नहीं रहेगा। पत्र में हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया कि संदीप कुमार ने अपनी पृष्ठभूमि से जुड़ी कौन सी महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई थी, जिसने उनकी सदस्यता को इतने जल्दी रद्द करने का कारण बना।

संदीप कुमार की पूर्व पृष्ठभूमि

दीप कुमार वाल्मीकि पर 2016 में एक महिला द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए थे। उस समय एक विवादित सीडी सामने आई थी जिसमें संदीप कुमार कथित तौर पर एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखे थे। इस वीडियो के आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, संदीप कुमार ने उस समय नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की बात कही थी।

सारांश

संदीप कुमार का भाजपा में शामिल होने और फिर केवल छह घंटे बाद ही पार्टी से बाहर कर दिया जाना एक असामान्य और विवादास्पद घटना है। भाजपा ने अपनी कार्रवाई की व्याख्या पत्र के माध्यम से की है, लेकिन संदीप कुमार के निष्कासन के पीछे की वास्तविक वजह को लेकर अभी भी कई सवाल उठ रहे हैं। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का एक नया विषय प्रदान किया है और अब देखना होगा कि इस घटनाक्रम के आगे क्या विकास होते हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular