केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में एक चिंताजनक खुलासा किया है, जिसमें पैरासिटामोल, कैल्शियम, विटामिन डी, शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी सामान्य दवाओं के क्वालिटी चेक में फेल होने की जानकारी दी गई है। ये दवाएं भारत में इलाज के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कई दवाएं जो हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड, हेटेरो ड्रग्स, कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड और अल्केम लेबोरेट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों द्वारा बनाई जाती हैं, क्वालिटी मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। CDSCO ने फर्जी, मिलावटी और गलत ब्रांडिंग वाली दवाओं, चिकित्सा उपकरणों, टीकों और सौंदर्य प्रसाधनों की लिस्ट भी जारी की है।
इसमें उल्लेखित दवाओं में एमाइलेज, प्रोटीएज, ग्लूकोएमाइलेज जैसे रसायनों का उपयोग किया गया है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं
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इस रिपोर्ट ने दवा की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। CDSCO की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़े मानकों का पालन आवश्यक है।