महाराष्ट्र से एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का लालच देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए गए। नागपुर पुलिस ने इस मामले में मल्हगीनगर निवासी 45 वर्षीय लॉरेंस हेनरी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, लॉरेंस और उसके साथियों ने मिलकर मंत्रालय के भीतर ही नकली इंटरव्यू की व्यवस्था की और दर्जनों युवाओं को ठग लिया।
आरोपियों ने अपनी चालाकी को विश्वसनीय बनाने के लिए उम्मीदवारों का सरकारी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण भी करवाया। इस संगठित गिरोह ने अब तक लगभग 18 से 20 लोगों को निशाना बनाया है। मामले की जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी की पत्नी शिल्पा लॉरेंस हेनरी फरार है और उस पर चंद्रपुर व वर्धा थानों में पहले से ही आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

Maharashtra news:- नागपुर पुलिस के डीसीपी राहुल तायडे ने प्रेस वार्ता में बताया कि यह गिरोह मंत्रालय के कर्मचारियों से मिलीभगत कर फर्जी पहचान पत्र तैयार करता था और युवाओं को वरिष्ठ अधिकारियों से मिलाने का नाटक करता था। इस पूरी प्रक्रिया को इतनी कुशलता से अंजाम दिया गया कि पीड़ितों को यह सब वास्तविक लगने लगा।
धोखाधड़ी का शिकार बने युवाओं ने कहा कि इस घटना ने उनके विश्वास को बुरी तरह तोड़ा है। वे चाहते हैं कि अपराधियों को कठोर सजा दी जाए और उनकी गाढ़ी कमाई की भरपाई भी हो।
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वर्तमान में पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और पूरे रैकेट की गहन जांच की जा रही है। यह मामला एक बार फिर से सावधान करता है कि सरकारी नौकरी के नाम पर दिए जाने वाले झूठे वादों से सतर्क रहना कितना आवश्यक है।