मध्य प्रदेश के सीधी रेंज में बाघ के मूवमेंट की खबर सामने आई है, जिससे वन विभाग और स्थानीय लोग दोनों ही सतर्क हो गए हैं। यह क्षेत्र जंगलों और वन्य जीवन से भरा हुआ है, और यहां बाघों का विचरण लोगों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। वन विभाग ने हाल ही में बाघ की गतिविधियों को ट्रैक किया है और सुरक्षा के कदम उठाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रयास तेज कर दिए हैं।

बाघ की गतिविधि पर नजर रखने के लिए वन विभाग ने किया सतर्कता अभियान शुरू
सीधी रेंज में बाघ के मूवमेंट के कारण वन विभाग ने पूरी तरह से सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। विभाग द्वारा वन्य जीवन विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जो बाघ के मूवमेंट को ट्रैक करने में मदद करेगी। विभाग ने पिंजरे, कैमरे और ट्रैकिंग उपकरणों का इस्तेमाल कर बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी है। इसके अलावा, बाघ के हमले की आशंका को देखते हुए आसपास के गांवों में जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है।
स्थानीय समुदाय को दी गई जानकारी
वन विभाग द्वारा स्थानीय समुदाय को बाघ के मूवमेंट के बारे में सूचित किया गया है और उन्हें सलाह दी गई है कि वे अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। लोगों को जंगलों और खेतों के पास जाने से बचने की चेतावनी दी गई है, खासकर रात के समय। विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे बाघ के देखे जाने की स्थिति में तुरंत वन विभाग को सूचित करें, ताकि आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
बाघ के हमले को रोकने के लिए की जा रही तैयारी
वन विभाग ने बाघ के हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए त्वरित प्रतिक्रिया टीम तैयार की है। इस टीम में वन विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और ग्राम प्रधान भी शामिल हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के लिए तैयार रहेंगे। साथ ही, बाघ को सुरक्षित तरीके से जंगल में लौटाने के लिए विभाग ने विशेषज्ञों को बुलाया है।

सीधी रेंज के वन्य जीवन पर नजर रखना जरूरी
सीधी रेंज में वन्य जीवन की विविधता बहुत अधिक है और यह क्षेत्र बाघों, तेंदुओं, हाथियों और अन्य वन्य जीवों के लिए जाना जाता है। हालांकि बाघों का मूवमेंट यहां सामान्य है, लेकिन मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग का उद्देश्य है कि बाघ और मानव दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
समाप्ति
मध्य प्रदेश के सीधी रेंज में बाघ के मूवमेंट के मद्देनजर वन विभाग पूरी सतर्कता के साथ काम कर रहा है। लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है और बाघ की गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा रही है। स्थानीय समुदाय और वन विभाग का सहयोग इस प्रयास को सफल बनाने में महत्वपूर्ण रहेगा, ताकि मानव-वन्यजीव संघर्ष को टाला जा सके और बाघों की सुरक्षित उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
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