शहडोल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का शहडोल दौरा अचानक जिले की सुर्खियों में आ गया। रीवा से लौटते वक्त वे सीधे देवलौंद थाना क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्हें सड़क पर रेत से भरी गाड़ियां दौड़ती हुई नजर आईं। उन्होंने तुरंत गाड़ियों को रुकवाया और खुद ट्रक पर चढ़कर रेत की टीपी और रॉयल्टी की जांच की।
जांच के दौरान यह साफ हुआ कि रॉयल्टी पर्चियों पर न तो तारीख दर्ज थी और न ही समय। इस पर पटवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि बिना तारीख और समय की रॉयल्टी किस तरह मान्य हो सकती है? उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में रेत, शराब और अन्य माफिया पूरी तरह सक्रिय हैं और सरकार इन पर कोई अंकुश लगाने के बजाय मौन दर्शक बनी हुई है। उनका कहना था कि राज्य की व्यवस्था जनता नहीं, बल्कि माफियाओं के इशारों पर चल रही है।
इसके बाद पटवारी ने अचानक देवलौंद अस्पताल का भी दौरा किया। वहां की अव्यवस्था और मरीजों के लिए उचित सुविधाओं की कमी देखकर वे नाराज हो गए। उन्होंने अस्पताल स्टाफ को फटकार लगाते हुए कहा कि जनता की मेहनत का पैसा विकास और स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होना चाहिए, लेकिन हालात इसके उलट हैं।
पटवारी के इस दौरे ने दो बड़े मुद्दों—रेत माफिया और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली—को उजागर कर दिया। शहडोल में उनके इस निरीक्षण से प्रशासन पर दबाव बढ़ा है और सत्ता पक्ष पर भी सवाल उठने लगे हैं।