Homeबड़ी खबरेSidhi News: जनपद पंचायत CEO ने महिला सभापतियों को कहा 'बत्तमीज', गुस्साए...

Sidhi News: जनपद पंचायत CEO ने महिला सभापतियों को कहा ‘बत्तमीज’, गुस्साए सदस्यों ने की शिकायत

सीधी, 10 सितंबर 2024: सीधी जिले के रामपुर नैकिन जनपद पंचायत में एक विवादास्पद घटना सामने आई है, जिसमें जनपद पंचायत के सीईओ राजीव तिवारी पर सभापतियों को अपशब्द कहने का आरोप लगा है। यह विवाद उस समय उत्पन्न हुआ जब सीईओ ने बैठक के दौरान सभापतियों को ‘बत्तमीज’ कह दिया और इसके बाद सभा छोड़कर चले गए। इस घटना के बाद जनपद पंचायत अध्यक्ष उर्मिला साकेत और अन्य सदस्य गुस्से में आ गए और उन्होंने सीधी कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी और थाना प्रभारी रामपुर नैकिन सुधांशु तिवारी के पास शिकायत दर्ज कराई है।

घटना का विवरण

यह विवाद 9 सितंबर 2024 को हुआ जब जनपद पंचायत रामपुर नैकिन में सामान्य प्रशासन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का प्रारंभ 12 बजे हुआ था और सीईओ राजीव तिवारी भी इस बैठक में शामिल हुए थे। लेकिन, जैसे-जैसे बैठक आगे बढ़ी, सीईओ ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए सभापतियों को ‘बत्तमीज’ कहा। इसके बाद सीईओ बैठक को छोड़कर चले गए।

Sidhi News:-सदस्यों की प्रतिक्रिया

जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ऋषि राज मिश्रा ने कहा, “हम सभी 4 बजे तक बैठक में बैठे रहे, लेकिन जनपद पंचायत के अधिकारी और कर्मचारी बैठक में शामिल नहीं हुए। कार्यवाही रजिस्टर भी गायब हो गया, जो कि छेड़छाड़ का संकेत है। इस घटनाक्रम के बाद, जनपद पंचायत अध्यक्ष उर्मिला साकेत, उपाध्यक्ष ऋषि राज मिश्रा और अन्य सभापतियों ने थाना रामपुर नैकिन और सीधी कलेक्टर को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।”

CEO का बयान

इस पूरे मामले पर सीईओ राजीव तिवारी का कहना है, “मैंने कोई अपशब्द नहीं कहे। कुछ जनपद सदस्य नाजायज दबाव बनाने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। वे अपने काम को लेकर असंतुष्ट हैं और नहीं मिलने पर इस तरह की बातें कर रहे हैं।”

आगे की कार्रवाई

इस विवाद के बाद सीधी कलेक्टर और थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जनपद पंचायत के सदस्यों की ओर से की गई शिकायत और सीईओ के बयान के आधार पर यह तय किया जाएगा कि आगे की कार्रवाई कैसी होगी।

ये भी पढ़ें:- सीधी: सहायक समिति प्रबंधक ने खाद्यान्न गबन के आरोपों को बेबुनियाद बताया, जांच की मांग की

यह घटना रामपुर नैकिन जनपद पंचायत में प्रशासनिक तनाव और विवादों की बढ़ती चिंता को उजागर करती है, जिसे समय पर सुलझाने की आवश्यकता है।

RELATED ARTICLES

Most Popular