टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश):
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक हाई-प्रोफाइल थप्पड़कांड का मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। बड़ागांव धसान थाना क्षेत्र के ग्राम दरगुवां में सड़क हादसे में हुई एक युवक की मौत के बाद तनाव बढ़ गया। इसी दौरान एक महिला थाना प्रभारी (टीआई) और ग्रामीण युवक के बीच थप्पड़ों का आदान-प्रदान हुआ। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

क्या है पूरा मामला?
ग्राम दरगुवां में रविवार रात को घुरका लोधी नामक 50 वर्षीय किसान की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। परिजनों को लगा कि वह खेत पर ही सो गए होंगे। लेकिन सुबह सड़क पर उनका शव पड़ा मिला।
परिजनों ने बड़ागांव धसान थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की। हालांकि, थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने यह कहकर मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया कि पहले यह सुनिश्चित करें कि यह घटना किस थाने के अधिकार क्षेत्र में आती है—बड़ागांव धसान या बुड़ेरा।
इस रवैये से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने बड़ागांव धसान और खरगापुर हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना पाकर बड़ागांव धसान थाने की प्रभारी अनुमेहा गुप्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं।
कैसे हुआ थप्पड़कांड?
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए टीआई अनुमेहा गुप्ता ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रही थीं। इसी दौरान, एक युवक ने उनसे बातचीत करनी चाही। कथित तौर पर, बातचीत के दौरान टीआई ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया। इससे मामला बिगड़ गया और गुस्से में भीड़ में मौजूद एक अन्य युवक ने टीआई को थप्पड़ मार दिया।
इस अप्रत्याशित घटना के बाद मौके पर तनाव और बढ़ गया। टीआई अनुमेहा गुप्ता इस घटना से हतप्रभ रह गईं।
पुलिस का हस्तक्षेप और बढ़ा तनाव
घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और अतिरिक्त बल को मौके पर बुलाया गया। हालांकि, स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन थप्पड़कांड का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला जनचर्चा का विषय बन गया है।

सोशल मीडिया पर बहस तेज
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है। जहां कुछ लोग टीआई के व्यवहार पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं कुछ लोग युवक की प्रतिक्रिया को अनुचित ठहरा रहे हैं।
प्रशासन का रुख
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है। यह स्पष्ट किया गया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और संवेदनहीनता के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। वे मृतक के परिजनों को न्याय और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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निष्कर्ष
टीकमगढ़ का यह थप्पड़कांड पुलिस-ग्रामीण संबंधों और प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उम्मीद है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।