Nagarjun : जहां साउथ एक्टर नागार्जुन अखिल नेनी बेटे नागा चैतन्य की सगाई करके खुशी से वह झूम रहे थे । वहीं अब उन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं । आपदा प्रबंधन एवं संपत्ति संरक्षण जैसी हाइड्रा) ने शुक्रवार 23 अगस्त को उनकी प्रॉपर्टी कन्वेंशन केंद्र पर बुलडोजर चला दिया है ।रंगा रेड्डी जिले के शिल्पग्राम के पास बने इस हाल को गिरा दिया गया है। इस कार्यवाही जल निकाय और सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण करने वाले अवैध निर्माणों को हटाने के लिए की गई है। अब इस क्रिया पर एक्टर का रिएक्शन भी आया है उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए दुख जाहिर किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्टर नागार्जुन का कन्वेंशन सेंटर 10 एकड़ में फैला था। और यह पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करता पाया गया । बताया जा रहा है कि सेंटर ने तुमिडीकुंटा झील पर अतिक्रमण किया था । जिसमें फुल टैंक लेवल के अंदर 1.12 एकड़ और झील के बफर जोन के अंदर करीब दो एकड़ जमीन पर कब्जा किया गया था। हाइड्रा अधिकारियों ने यह कार्यवाही शिकायत मिलने के बाद की, जिसमें आरोप लगाया था कि, कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में पास के जल निकाय तम्मिडी चिराऊ पर अवैध अतिक्रमण किया गया है।
नागार्जुन का आया रिएक्शन
रिपोर्ट बताती है कि हाइड्रा के पास एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि कन्वेंशन सेंटर के मालिकों ने साढे तीन एकड़ के क्षेत्र पर अतिक्रमण किया था । जो मूल रूप से झील का हिस्सा था । अब इस पर एक्टर ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा एंड कन्वेंशन के संबंध में किए गए अवैध तरीके से तोड़फोड़ से दुखी हूं । यह कोर्ट के आदेशों और इसके ऑर्डर्स के खिलाफ जाकर की गई कार्यवाही।https://youtu.be/NcjtkP1xnCo?si=6l1ZLRTcUnFvaRrD
नागार्जुन ने कोर्ट से की राहत की मांग
एक्टर ने कहा कि वह कुछ फैक्ट्स बताने के लिए यह बयान जारी कर रहे हैं । उनका कहना यह है कि उन्होंने कोई भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है ।उन्होंने एक इंच भी अतिक्रमण नहीं किया है। सेंटर एक प्राइवेट लैंड पर बनाया गया था, उसके संबंध में जो इमारत गिरने का नोटिस पहले आया था, उस पर स्टे आर्डर आ गया है। और आज गलत सूचना के आधार पर गलत तरीके से तोड़फोड़ की गई है। बिल्डिंग गिरने से पहले नोटिस नहीं दिया गया था एक कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में अगर न्यायालय ने मेरे खिलाफ फैसला दिया होता तो मैं खुद ही विध्वंस कर देता। लेकिन मामला अभी वहां पेंडिंग है। फैसला आना बाकी है, मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि। हमारे द्वारा किसी भी तरह का गलत निर्माण या अतिक्रमण नहीं किया गया है सार्वजनिक रूप से यह गलत धारणा ना बने इसलिए मैं यह रिकॉर्ड पर रख रहा हूं । हम अधिकारियों द्वारा की गई गलत कार्यवाही के संबंध में न्यायालय से उचित राहत की मांग करेंगे।